सेक्स ट्रैफिकिंग के दोषी के साथ दोस्ती रखने पर गई क्वीन एलिजाबेथ के बेटे प्रिंस एंड्रयू की शाही सत्ता
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लंदन। महारानी एलिजाबेथ के दूसरे बेटे प्रिंस एंड्रयू को अपनी शाही सत्ता छोड़नी पड़ गई है। एंड्रयू ने जेफ्री एपस्टिन को एक इंटरव्यू दिया था और इसके बाद से ही वह मुश्किलों में घिरे थे। एपस्टिन एक अमेरिकी फाइनेंसर और सेक्स क्राइम के दोषी थे। प्रिंस एंड्रयू के एपस्टिन के साथ संबंध सामने आने के बाद से ही शाही परिवार की इमेज को खासा नुकसान हुआ है। प्रिंस एंड्रयू को ड्यूक ऑफ यॉर्क की उपाधि मिली हुई है। एपस्टिन ने इस वर्ष अगस्त में मैनहैट्टन की जेल में आत्महत्या कर ली थी।
59 साल के प्रिंस पर लगे कई गंभीर आरोप
प्रिंस एंड्रयू का असाधारण बयान पिछले चार दिनों से मीडिया में छाया था। यह बयान में उन्होंने एपस्टिन के बारे में बात कही थी और इसे टीवी पर टेलीकास्ट किया गया था। न्यूयॉर्क टाइम्स की ओर से कहा गया है कि इसे काफी नकारात्मक कवरेज मिली और प्रिंस की चैरिटी से जुड़ी कंपनियों ने खुद को अलग करना शुरू कर दिया था। इसके बाद एफबीआई की तरफ से उनकी पूछताछ की मांग तक जोर पकड़ने लगी थी। एपस्टिन सेक्स ट्रैफिकिंग के दोषी हैं। बकिंघम पैलेस की तरफ से प्रिंस का आधिकारिक बयान जारी किया गया है। इसमें कहा गया है, 'पिछले कुछ दिनों से जेफ्री एपस्टिन के साथ मेरे संबंधों की वजह से मेरे परिवार के कामों और बहुत से संगठनों में हो रहे बहुमूल्य कामों और उन धर्मार्थ कार्यों जिस पर मुझे गर्व है, खासा असर पड़ा है। इसलिए मैंने महारानी से कहा है कि मुझे भावी सार्वजनिक कार्यों से छुटकार दिया जाए और उन्होंने इसकी मंजूरी दे दी है।'
प्रिंस एंड्रयू, एलिजाबेथ और किंग फिलिप की तीसरी संतान हैं। 59 साल के प्रिंस एंड्रयू ने उम्मीद जताई है कि अब उनके राजकाज छोड़ने से हर सवाल पर विराम लग जाएगा जो उनके परिवार पर उठ रहे थे। प्रिंस एंड्रयू का इंटरव्यू बीबीसी पर आया था और करीब एक घंटे का था। एंड्रयू पर ये आरोप भी लगे हैं कि उन्होंने उस किशोर लड़की के साथ भी सेक्स किया था जिसे एपस्टिन की तरफ से भेजा गया था।