UK ने हॉन्ग कॉन्ग के 30 लाख नागरिकों को दिया वीजा का ऑफर
नई दिल्ली- ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉन्सन ने वहां के वीजा नियमों में अबतक के सबसे बड़े बदलाव का ऐलान कर दिया है। उन्होंने कहा है कि वह ब्रिटिश नेशनल ओवरसीज पासपोर्ट के योग्य हॉन्ग कॉन्ग के 30 लाख नागरिकों को यूनाइटेड किंग्डम में रहने और काम करने का अधिकार देने के लिए तैयार हैं। ब्रिटिश पीएम ने ये ऑफर टाइम्स में लिखे एक लेख में दिया है।
ब्रिटिश पीएम जॉनसन ने हॉन्ग कॉन्ग के नागरिकों को जो ऑफर दिया है, वह तब लागू होगा, जब चीन वहां पर नया सुरक्षा कानून लागू करने पर अडिग रहेगा, जिससे कि हॉन्ग कॉन्ग को प्राप्त पारंपरिक आजादी छिन जाएगी। बोरिस जॉन्सन ने टाइम्स में लिखा है, यदि सुरक्षा कानून लागू किया गया तो 'ब्रिटने के पास हॉन्ग कॉन्ग के लोगों के साथ हमारे ऐतिहासिक संबंधों और दोस्ती को बरकरार रखने के सिवा कोई विकल्प नहीं बच जाएगा। '
उन्होंने कहा, 'आज करीब 3,50,000 लोगों के पास ब्रिटिश नेशनल ओवरसीज पासपोर्ट है और 25 लाख और लोग इसके लिए आवेदन करने के योग्य हो जाएंगे, इस समय इस पासपोर्ट पर बिना वीजा के 6 महीने तक के लिए आने की अनुमति है।' उनके मुताबिक, 'अगर चीन अपना राष्ट्रीय सुरक्षा कानून लागू करता है तो ब्रिटिश सरकार अपने अपने इमिग्रेशन नियमों में बदलाव करेगी और हॉन्ग कॉन्ग में यह पासपोर्ट धारकों को यूके में आने की अनुमति देगी, जिसे 12 महीने तक के लिए रिन्यू किया जा सकता है और इसके आगे भी इमिग्रेशन से जुड़े अधिकार दिए जाएंगे, जिसमें काम करने का अधिकार भी शामिल होगा, जिससे उनकी नागरिकता का रास्ता साफ हो जाएगा।' जॉन्सन ने कहा है कि 'वीजा सिस्टम के इतिहास में यह सबसे बड़े बदलावों में से एक होगा। अगर जरूरी हुआ तो ब्रिटेने इस दिशा में कदम उठाएगा और यह स्वेच्छा से होगा।' इस आर्टिकल के जरिए जॉन्सन ने फिर से एकबार चीन से अपने फैसले पर पुनर्विचार करने को कहा है। हालांकि, उन्होंने जिस तरह से भविष्य में चलकर हॉन्ग कॉन्ग के नागरिकों को ब्रिटिश नागरिकता मिलने की बात कही है, उससे खुद उनकी कैबिनेट में मतभेत उभर सकते हैं। हालांकि, उनके इस ऐलान के बाद चीन इस सोच में पड़ सकता है कि कहीं इससे हॉन्ग कॉन्ग से प्रतिभा पलायन न शुरू हो जाए।