यूके-इंडिया वीक: यूके और भारत बीच मजबूत होंगे रिश्ते
लंदन: 18 से 22 जून हो होने वाले यूके-इंडिया वीक में ब्रिटेन की जानी-मानी हस्तियां भारत के साथियों से उच्च-स्तरीय मुलाक़ात करेंगे और दोनों देशों के रिश्तों को और मज़बूत करेंगे। यूके-इंडिया वीक का सोमवार 18 जून को सांसद लियाम फॉक्स, आरटी सांसद एमिली थॉर्नबेरी और डिजिटल, संस्कृति, मीडिया और खेल के राज्य सचिव आरटी सांसद मैट हैंकॉक द्वारा उद्घाटन किया जाएगा। ब्रिटेन और भारत के कैबिनेट मंत्रियों और व्यवसाय, राजनीति और सार्वजनिक मामलों के दिग्गज लोगों से प्रतिनिधि रूबरू होंगे।
ब्रिटेन
में
भारतीय
उच्चायुक्त
यशवंत
सिन्हा,
यूके-इंडिया
लीडरशिप
कॉन्क्लेव
के
पहले
दिन
के
पैक
एजेंडे
की
शुरुआत
करेंगे,
जिसमें
जाने-माने
अर्थशास्त्री,
लेखक
और
नीति
आयोग
(नेशनल
इंस्टीट्यूट
ऑफ
ट्रान्स्फ़ोर्मिंग
इंडिया)
के
उपाध्यक्ष
डॉ.
राजीव
कुमार
के
साथ
भारतीय
अर्थव्यवस्था
के
वर्तमान
परिदृश्य
पर
चर्चा
करेंगे।इंडिया
आईएनसी
द्वारा
आयोजित
कॉन्क्लेव
में,
भारतीय
जनता
पार्टी
के
विदेश
मामलों
के
प्रभारी
विजय
चौथईवाले
सहित
डॉ.
स्वप्न
दासगुप्त,
भारतीय
संसद
सदस्य
जैसे
भारतीय
राजनीति
के
दिग्गज
लोग
भाग
लेंगे
और
सांसद,
वित्त
मंत्री,
रेलवे
और
कोयला
मंत्री
पियुष
गोयल
वैश्विक
निवेशक
फोरम
के
लिए
वीडियो
लिंक
के
माध्यम
से
जुड़ेंगे।
बड़े बदलाव पर दिया जाएगा बल
बकिंघमशायर में डी वेरे लैटिमर एस्टेट में आयोजित, यूके-इंडिया लीडरशिप कॉन्क्लेव 'ब्रेक्सिट ब्रिटेन और ग्लोबल इंडिया' के बीच रणनीतिक साझेदारी को आगे बढ़ाने और बड़ा बदलाव करने के तरीकों पर बल दिया जाएगा। ब्रिटिश उद्योग के उप महानिदेशक (सीबीआई) जोश हार्डी, भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) और फेडरेशन ऑफ इंडियन चेंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (एफआईसीसीआई) के साथियों के साथ चर्चा को आगे बढ़ाएंगे। ग्लोबल इनवेस्टर्स फोरम के साथ ही कार्यक्रम में कई अन्य सत्र आयोजित होंगे। सोशियल इंपेक्ट राउंडटेबल जिसमें ब्रिटिश कंपनियाँ, फेमिली ऑफिस और बड़े भारतीय धर्मार्थ ट्रस्ट भाग लेंगे।
ग्लोबल ब्रिटेन का ग्लोबल इंडिया से मिलन
एशियाई ट्रस्ट द्वारा होस्ट यूके-इंडिया वीक और इंडिया आईएनसी के संस्थापक मनोज लाडवा ने कहा कि: 'ब्रेक्सिट, ब्रिटेन के लिए एक नई, वैश्विक पहचान बनाने का अवसर है, जबकि भारत - दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था है। तेजी से उभरता हुआ यह देश रणनीतिक चरम पर है, जो दुनिया की शीर्ष आर्थिक शक्तियों के बीच अपनी जगह लेने के लिए तैयार है : यानि यह ग्लोबल ब्रिटेन का ग्लोबल इंडिया से मिलन है। यूके-इंडिया वीक ब्रिटेन और भारत के रिश्तों को मज़बूत करता है और भविष्य के आपसी सहयोग की एक कड़ी है। इन दोनों देशों के पास अपार संभावनाएं हैं- दुनिया के मंच पर एक होना- अपने साझा मूल्यों, व्यापार, प्रौद्योगिकी और प्रतिभा को देश में और दुनिया भर में बढ़ाने के लिए इस्तेमाल करना।'
यूके-इंडिया वीक:
यूके-इंडिया वीक (18-22 जून ) यूके और भारत के बीच साझेदारी को मजबूत करता है और भविष्य में आपसी सहयोग को बढ़ावा देने वाला है। इसमें 5वां वार्षिक यूके-इंडिया लीडरशिप कॉन्क्लेव शामिल है, जो कि ब्रेक्सिट ब्रिटेन और वैश्विक भारत के बीच रणनीतिक साझेदारी को बढ़ाने और बदलाव के तरीकों की पहचान करने में मुख्य भूमिका निभाएगा।
इंडिया आईएनसी द्वारा आयोजित कार्यक्रम और परिचर्चाओं के साथ, यूके-इंडिया वीक शुरुआत दूसरे 'द 100 मोस्ट इन्फ्लूएन्शल इन यूके इंडिया रिलेशन्स' की पवार लिस्ट (18 जून) की लोंचिंग के साथ शुरू होगा। इसके साथ ही हाई कमिश्नर कप (19 जून) का आयोजन होगा - हाई कमिश्नर और बिजनेस और कूटनीति की जानी-मानी हस्तियों के बीच एक दिवसीय गोल्फ टूर्नामेंट - इसका समापन दूसरे यूके-इंडिया अवार्ड्स (22 जून) के साथ होगा, जो कि सभी क्षेत्रों में यूके-इंडिया के मजबूत सम्बन्धों का जश्न मनाता है।
इंडिया आईएनसी:
इंडिया आईएनसी लंदन आधारित मीडिया हाउस है जो निवेश, व्यापार और भारत की बढ़ती वैश्विक आर्थिक और रणनीतिक मुद्दों पर नीति आधारित कंटेन्ट क्रिएट करता है। इसका फ्लेगशिप पब्लिकेशन, इंडिया ग्लोबल बिजनेस, एक पाक्षिक प्रकाशन है जिसके दुनियाभर में 100,000 से ज़्यादा बिजनेस और पॉलिसी लीडर्स रीडर हैं। उल्लेखनीय है कि इंडिया आईएनसी कई प्रभावी इवेंट आयोजित करती है जैसे कि वार्षिक यूके-इंडिया लीडरशिप कॉन्क्लेव, यूके इंडिया अवार्ड्स और 'गो ग्लोबल' ट्रेड एंड इनवेस्टमेंट फोरम। इंडिया आईएनसी की स्थापना साल 2011 में रणनीतिकार और बिजनेसमैन मनोज लाडवा द्वारा की गई।
(डेलीहंट, इंडिया का नंबर 1 न्यूज और क्षेत्रीय भाषाओं के कंटेट का एप्लीकेशन, इस आयोजन का आधिकारिक मीडिया पार्टनर है।)