'पीएम इन वेटिंग' बनने के बाद मोदी से दोस्ती करना चाहते हैं अंग्रेज
लंदन। गुजरात के मुख्यमंत्री और भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी के प्रति विदेशियों की सोच और उनकी नीतियों में बदलाव आना शुरु हो गया है। पीएम कैंडिडेट बनते ही उनके प्रति ब्रिटेन और अमेरिका के रुख में आश्चर्यजनक बदलाव आना शुरू हो गया है।
जो देश गुजरात दंगों के लेकर मोदी से दूरी बना रहे थे अब वो उनके साथ दोस्ती करना चाहते है। खुद ब्रिटिश प्रधानमंत्री डेविड कैमरन ने गुजरात के मुख्यमंत्री मोदी से दोस्ताना संबंध विकसित करने पर इच्छा जताई है। जबकि अमेरिका के शीर्ष राजनयिक रहे कार्ल एफ इंडरफर्थ ने ओबामा सरकार को सलाह दी है कि वह भी नमो से संपर्क कायम करने का रास्ता खोजे, क्योंकि भाजपा ने 2014 के चुनावों के लिए उन्हें प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित कर दिया है।
एक समाचार पत्र 'ईस्टर्न आई' से हुई अपना बातचीत के दौरान ब्रिटिश प्रधानमंत्री कैमरन ने मोदी से दोस्ताना संबंध विकसित करने पर जोर दिया। उन्होंने क हा कि गुजरात के विकास और उसमें निहित अपने देश के व्यापक हितों को देखते हुए मोदी से नजदीकी रिश्ते कायम करना अब बेहद जरूरी है।
भारत के साथ दोस्ताना संबंधों पर जोर देते हुए कैमरन ने कहा कि द्विपक्षीय बैठकों में भाग लेने के लिए ब्रिटेन आने पर भारतीय प्रधानमंत्री का स्वागत करना भी शामिल है। अमेरिका के सहायक विदेश मंत्री रहे इंडरफर्थ ने कहा कि पीएम उम्मीदवार घोषित होने के बाद मोदी अब राष्ट्रीय हस्ती बन गए हैं। उनकी अनदेखी भारत में अमेरिकी हितों पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकती है।