क्विक अलर्ट के लिए
नोटिफिकेशन ऑन करें  
For Daily Alerts
Oneindia App Download

गुलामों की तरह हो रही है मुसलमानों की बिक्री, वेबसाइट और होर्डिंग्स पर निकाले गये विज्ञापन- खुलासा

चीन में उइगर मुस्लिमों की वेबसाइट और होर्डिग्स पर बिक्री हो रही है। स्काई न्यूज ने उइगर मुस्लिमों पर अत्याचार को लेकर खुलासा किया है।

Google Oneindia News

बीजिंग/लंदन, अप्रैल 20: चीन से मुसलमानों की पहचान खत्म करने की पूरी कोशिश में शी जिनपिंग जुटे हुए हैं और उइगर मुस्लिमों को लेकर चीन लगातार अलग अलग पैंतरें आजमा रहा है। कई शक्तिशाली देश उइगर मुस्लिमों को लेकर चीन का विरोध कर रहे हैं लेकिन उससे शी जिनपिंग पर कोई फर्क नहीं पड़ रहा है। ब्रिटिश न्यूज पेपर स्काई न्यूज ने ग्राउंड रिपोर्ट पर जाकर गुप्त तरह से उइगर मुस्लिमों की पड़ताल की और पता चला है कि चीन में अब उइगर मुस्लिमों की नीलामी की जा रही है। उइगर मुस्लिमों को गुलाम बनाकर उन्हे बेचा जा रहा है। इसके लिए चीन में बकायद वेबसाइट्स पर विज्ञापन डाले जा रहे हैं। स्काई न्यूज जब उइगर मुस्लिमों को लेकर चीन के शिनजियांग प्रांत में तहकीकात कर रहा था तो पता चला कि मुस्लिमों को लेकर चीन जो प्रोपेगेंडा वीडियो जारी करता है और जो असलियत है, उसमें आकाश पाताल का अंतर है। हालांकि, स्काई न्यूज के पत्रकारों को कई घंटे तक चीनी अधिकारियों ने पकड़ कर रखा और कड़ी पूछताछ की है। फिर भी कुछ तस्वीरें स्काई न्यूज ने दुनिया के सामने रखी हैं।

गुलामों की तरह बिक्री

गुलामों की तरह बिक्री

स्काई न्यूज ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि उसके खुफिया जर्नलिस्ट शिनजियांग प्रांत में कुछ जगहों पर पहुंचने में कामयाब रहे जहां मुसलमानों को बंदी बनाकर रखा जाता है। स्काई न्यूज ने बकायदा कुछ तस्वीरों के जरिए इसका खुलासा भी किया है। लेकिन, स्काई न्यूज के जर्नलिस्टों की पहचान चीनी अधिकारियों ने कर ली और फिर दो घंटे तक उनसे कड़ी पूछताछ की गई। स्काई न्यूज ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि चीन के अंदर वेबसाइट्स पर मुसलमान मजदूरों की बिक्री को लेकर विज्ञापन दिए जाते हैं। रिपोर्ट के मुताबिक 50 से 100 मुसलमानों के समूह को लेकर baidu पर विज्ञापन निकाले जाते हैं। आपको बता दें कि baidu, गुगल की तरह चीन की सबसे बड़ी सर्च इंजन है। रिपोर्ट में कहा गया है कि इस वेबसाइट्स पर ऐसे दर्जनों विज्ञापन मौजूद हैं, जिनपर जाकर चीन के लोग मुसलमान मजदूरों को खरीदते हैं। स्काई न्यूज की इस रिपोर्ट के बाद ब्रिटेन के कई सांसदों ने चीन की जमकर निंदा की है लेकिन मुसलमानों का मसीहा करने वाले एक भी देश ने चीन के खिलाफ बोलने की हिम्मत नहीं की है। वहीं जब स्काई न्यूज ने इस वेबसाइट से उइगर मुस्लिमों की बिक्री को लेकर सवाल पूछा तो वेबसाइट की तरफ से कोई जबाव नहीं दिया गया। (तस्वीर सौजन्य- स्काई न्यूज)

होर्डिंग्स के जरिए विज्ञापन

होर्डिंग्स के जरिए विज्ञापन

स्काई न्यूज के मुताबिक मुस्लिम मजदूरों की बिक्री के लिए शिनजियांग प्रांत में होर्डिंग्स लगाए गये हैं। जिनपर मजदूरों को कैसे खरीदें, इसको लेकर विस्तार से जानकारी और कॉन्टेक्ट डिटेल्स दी गई हैं। वेबसाइट्स और होर्डिंग्स के जरिए चीन के अंदर चलने वाली फैक्ट्रियां इन मुसलमान मजदूरों को खरीदती है और फिर फैक्ट्री के अंदर इनसे गुलामों की तरफ काम करवाए जाते है। 2019 में ऑस्ट्रेलिया स्ट्रेटजिक पॉलिसी इंस्टीट्यूट ने अपनी एक रिपोर्ट में कहा है कि शिनजियांग प्रांत से करीब 80 हजार उइगर मुस्लिम मजदूरों को शिनजियांग से बाहर भेज दिया गया है। इन मुस्लिमों को ट्रकों के अंदर भरकर अलग अलग प्रांतों में भेजा गया है, जहां इनसे फैक्ट्रियों में काम करवाए जाते हैं। काम खत्म होने के बाद फैक्ट्री के दूसरे मजदूरों को अपने घर जाने की इजाजत होती है लेकिन मुस्लिम मजदूर फैक्ट्री कैंपस से बाहर नहीं जा सकते हैं। इनके लिए फैक्ट्री के अंदर ही रहने की व्यवस्था की जाती है। ऑस्ट्रेलियन रिपोर्ट में कहा गया है कि शिनजियांग से बाहर भेजे गये मजदूरों की असली संख्या काफी ज्यादा हो सकती है। पहले चीन की सरकार ने शिनजियांग में कैंपों को लेकर कहा था कि ये इस शताब्दी की सबसे बड़ी झूठ है लेकिन जब यूनाइटेड नेशंस की तरफ से कई सबूत दिए गये तो फिर चीन ने कहा कि कैंपों में मुस्लिमों को ट्रेनिंग दी जा रही है।

ब्रिटेन ने की निंदा

ब्रिटेन ने की निंदा

स्काई न्यूज की इस रिपोर्ट के बाहर आने के बाद ब्रिटेन के कई सांसदों ने चीन की कड़े शब्दों में निंदा की है। ब्रिटिश अखबार इंडिपेंडेट की रिपोर्ट के मुताबिक कंजरवेटिव पार्टी की सांसद नुसरत गनी ने चीन की सख्त शब्दों में निंदा की है। सांसद नुसरत गनी ने कहा कि चीन में मुस्लिमों को इस तरह से बेचा जा रहा है मानो वो गुलाम हों। ये बेहद भयानक स्थिति है। वहीं, स्काई न्यूज की इस रिपोर्ट के बाद कंजरवेटिव पार्टी के पूर्व नेता इयान डंकन स्मिथ ने कहा कि 'इस बात में कोई संदेह नहीं बचा है कि चीन एक खास समुदाय के लोगों का नरसंहार कर रहा है, वे एक जातीय समूह को मिटाने में लगे हुए हैं।'

शी जिनपिंग का पंचवर्षीय प्लान

शी जिनपिंग का पंचवर्षीय प्लान

दरअसल, चेन क्वांगो ने शिनजियांग की स्थिति को पूरी तरह से बदलने के लिए पंचवर्षीय प्लान बनाकर काम करना शुरू किया। जिसके तहत पहले साथ में शिनजियांग की पूरी स्थिति को नियंत्रण में लेना था। दूसरे साल में शिनजियांग में कम्यूनिस्ट पार्टी की स्थिति को मजबूत करना था। तीसरे साल में उइगर मुस्लिमों को सामान्य करना था। चौथे साल में शिनजियांग प्रांत में व्यापक स्तर पर स्थिरता लाना था और पांचवें साल में अपना टार्गेट पूरा करना था। लेकिन, पांच साल होने को आ गये हैं चेन क्वांगो अपने लक्ष्य तक नहीं पहुंच पाए हैं। चीन की कम्यूनिस्ट पार्टी शुरूआती डेढ़ साल तक कन्सट्रेशन कैंप को दुनिया की नजरों से छिपाए रखा लेकिन धीरे धीरे उइगर मुस्लिमों पर किए जाने वाले अत्याचार की खबर दुनिया में फैलने लगी। लेकिन, चीन ने शुरूआती दौर में हर अत्याचार की बात से सीधे तौर पर इनकार कर दिया।

'मुस्लिम फ्री' चीन के लिए शी जिनपिंग का पंचवर्षीय प्लान'मुस्लिम फ्री' चीन के लिए शी जिनपिंग का पंचवर्षीय प्लान

Comments
English summary
The Uighur Muslims website and hoardings are on sale in China. Sky News has revealed the atrocities on Uighur Muslims.
देश-दुनिया की ताज़ा ख़बरों से अपडेट रहने के लिए Oneindia Hindi के फेसबुक पेज को लाइक करें
For Daily Alerts
तुरंत पाएं न्यूज अपडेट
Enable
x
Notification Settings X
Time Settings
Done
Clear Notification X
Do you want to clear all the notifications from your inbox?
Settings X
X