Sri Lanka Blast: जिंदगी की हर खुशी का मजा लेने वाले अरबपति इब्राहिम ब्रदर्स ने रची थी पूरी साजिश
कोलंबो। 21 अप्रैल को ईस्टर संडे के मौके पर श्रीलंका की राजधानी कोलंबो में एक के बाद एक आठ सुसाइड ब्लास्ट हुए। इन हमलों में 359 लोगों की मौत हो गई तो करीब 500 लोग घायल हैं। श्रीलंका पिछले एक दशक से शांत था। जब से लिट्टे का अंत हुआ और सिविल वॉर खत्म हुआ तब से लोग यहां अमन और चैन की सांस ले रहे थे। लेकिन अब इसी देश में दहशत है और डर का माहौल है। श्रीलंका में इन दहलाने वाले हमलों की साजिश दो ऐसे भाईयों ने रची थी जिनकी लाइफस्टाइल देखकर कोई भी इस बात का अंदाजा नहीं लगा सकता था कि दोनों इतनी भयानक साजिश को अंजाम दे सकते हैं। श्रीलंका में हुए हमलों की जिम्मेदारी आईएसआईएस ने ली है।
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शांगरी-ला का हमलावर इंसाफ
कोलंबो के माहवेला गार्ड्न्स में रहने वाले 33 वर्ष के इंसाफ इब्राहिम और उसके भाई 31 वर्ष के इल्हाम इब्राहिम को हमलों को मुख्य साजिशकर्ता माना जा रहा है। इंसाफ तांबे की फैक्ट्री का मालिक था और उसने ही शांगरी-ला होटल में हुए आत्मघाती हमले को अंजाम दिया था। रविवार की सुबह ईस्टर के मौके पर जब लोग नाश्ते के लिए होटल में इकट्ठा थे तभी इंसाफ ने कमर पर बंधी बेल्ट को ब्लास्ट कर दिया। इसके बाद जब पुलिस उसके घर की तलाशी के लिए पहुंची तो उसके छोटे भाई इल्हाम इब्राहिम ने बम में ब्लास्ट कर दिया। इस ब्लास्ट में उसके अलावा, पत्नी और तीन बच्चों की भी मौत हो गई।
पड़ोसियों को अभी तक यकीन नहीं
इनके पड़ोस में रहने वाली फातिमा फजाला को इस बात का जरा भी अंदाजा नहीं था कि आखिर तीन मंजिला बड़े से घर में रहने वाले इतने अमीर लोग इतनी जल्दी बदनाम हो जाएंगे। फजाला ने न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के साथ बातचीत में कहा कि वे काफी अच्छे लोग लगते थे। इब्राहिम फैमिली के इस घर को अब पुलिस ने घेर लिया है और यहां पर हर पल कड़ा पहरा रहता है। दोनों भाईयों के नाम लगातार श्रीलंका की मीडिया में आ रहे हैं। श्रीलंका की अथॉरिटीज ने अभी तक किसी भी बॉम्बर की पहचान नहीं बताई है। न ही दोनों भाईयों को लेकर किसी तरह की कोई टिप्पणी की है।
पिता को पुलिस ने किया गिरफ्तार
इनके पिता मोहम्मद इब्राहिम को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इब्राहिम एक अमीर मसाले का व्यापारी और साथ ही बिजनेस कम्युनिटी का अहम हिस्सा है। उसके छह बेटे और तीन बेटिया हैं। हमलों से पहले उसे लोग काफी पसंद करते थे। फजाला बताती हैं कि वह इलाके में मौजूद गरीब लोगों को खाना और पैसा देकर उनकी मदद करता रहता था। इस बात को सोचना ही बेमानी सा लगने लगता है कि उनके बेटे ऐसा काम कर सकता है। फजाला की मानें तो अब श्रीलंका में अब हर मुसलमान को संदिग्ध के तौर पर देखा जा रहा है।
इब्राहिम फैमिली ने तोड़ा भरोसा
इल्हाम इब्राहिम हमेशा से चरमपंथी विचारधारा के प्रति आकर्षित था। इसके अलावा उसने नेशनल तौहीद जमात (एनजेटी) की कई मीटिंग्स में भी हिस्सा लिया था। सूत्रों की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक यह संगठन हमले की साजिश में शामिल था। वहीं इंसाफ इब्राहिम की विचारधारा काफी आधुनिक थी। वह अपने स्टाफ और मुश्किल में आने वाले घरों की पैसे देकर मदद करता रहता था। इंसाफ की शादी गहने बनाने वाली कंपनी के मालिक की बेटी से हुई थी। घर में पैसों की किसी तरह की कोई कमी नहीं थी। इनके घर के सामने रहने वाले 38 वर्षीय संजीवा जयसिंह कहते हैं कि वह हैरान हैं क्योंकि उन्हें कभी लगा ही नहीं कि इब्राहिम फैमिली में इस तरह के लोग हो सकते हैं।