ट्विटर के सीईओ का ट्रंप पर हमला " इस मुद्दे से हमारे कर्मचारियों को बाहर रखें"
ट्विटर के सीईओ का ट्रंप पर हमला " इस मुद्दे से हमारे कर्मचारियों को बाहर रखें"
नई दिल्ली। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओर से सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म बंद किए जाने की धमकी देने के एक दिन बाद ट्विटर के सीईओ जैक डोर्सी ने प्रतिक्रिया व्यक्त की। डोर्सी ने वैश्विक स्तर पर चुनावों के बारे में गलत या विवादित जानकारी" पर अपनी बात रखी। डोरसे ने राष्ट्रपति ट्रंप से अपील की कि इस मामले को मेरे तक ही सीमित रखा जाए इसमें हमारे कर्मचारियों को बाहर रखा जाए। डोर्सी की इस प्रतिक्रिया के बाद ट्रम्प के साथ और विवाद बढ़ने की संभावना है।
सीईओ डोर्सी ने कहा मैं इसके लिए जवाबदेह हूं
डोर्सी ने ट्वीट किया कि एक कंपनी के रूप में हमारे कार्यों के लिए अंततः कोई जवाबदेह है तो वो मैं हूं। कृपया हमारे कर्मचारियों को इससे बाहर रखें। हम वैश्विक स्तर पर चुनावों के बारे में गलत या विवादित जानकारी को प्वाइंटआउट करते हुए लोगों के सामने लाना जारी रखेंगे और हम जो गलतियां करते हैं उसको मैं स्वीकार करूंगा। सीईओ ने कहा कि हमारा उद्देश्य विवादित बयानों के बिंदुओं को जोड़ना और विवाद में जानकारी दिखाना हैं ताकि लोग इसका निर्धाारण स्वयं करें कि क्या सही है क्या गलत हैं। हमारे लिए अधिक पारदर्शिता महत्वपूर्ण है, जिसे लोग हमारे कार्यों में स्पष्ट रूप से देख सकते हैं,"
जानिए क्या हैं पूरा मामला
बता दें डोनाल्ड ट्रंप ने ट्वीट कर कहा था कि मेल-इन बैलेट्स फर्जी हैं और इसे लूट लिया जाएगा। ट्रंप के इस ट्वीट को ट्विटर ने फैक्ट चेक की चेतावनी दी ट्रंप के इस ट्वीट पर एक लिंक नजर आ रहा है, जिसे क्लिक करने पर मोमेंट्ज पेज पर लैंड करता है जोकि फैक्ट चेक लिंक है। जहां ट्रंप के अप्रमाणिक दावे की पड़ताल की गई है। जिसके बाद ट्विटर की इस कार्रवाई के बाद डोनाल्ड ट्रंप ने इसे बोलने की स्वतंत्रता के खिलाफ बताते हुए कहा कि यह अमेरिका के राष्ट्रपति के चुनाव में दखल है। ट्विटर की ओर से मंगलवार को डोनाल्ड ट्रंप को चेतावनी दी गई है। जिसमे उन्होंने लिखा कि ट्विटर अब अमेरिका के राष्ट्रपति के चुनाव 2020 में दखल दे रहा है। ये कह रहा है कि मेरा मेल-इन बैलेट का बयान जिसमे कहा गया है कि इससे बड़ा भ्रष्टाचार और फर्जीवाड़ा होगा, वह गलत है और इसे फैक्ट चेक करना चाहिए वो भी फर्जी न्यूज फैलाने वाले सीएनएन और अमेजन वॉशिंगटन पोस्ट से। ट्विटर बोलने की स्वतंत्रता को छीन रहा है, लेकिन मैं, बतौर राष्ट्रपति यह नहीं होने दूंगा।
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ये ट्वीट लोगों को भ्रमित कर सकते थे इसलिए ऐसा किया गया
सीईओ डोर्सी ने कहा कि हमारी नागरिक अखंडता नीति के अनुसार, कल जो ट्वीट किया गया वो लोगों को ये भ्रमित कर सकते हैं कि उन्हें मतपत्र प्राप्त करने के लिए पंजीकरण करने की आवश्यकता नहीं है। (केवल पंजीकृत मतदाता मतपत्र प्राप्त करते हैं)। हम लिंक को अपडेट कर रहे हैं। @realDonaldTrump ने इसे और अधिक स्पष्ट करने के लिए ट्वीट किया। उन्होंने कहा कि ट्विटर ने ट्रम्प के दो ट्वीट्स को टैग किया था जिसमें उन्होंने दावा किया था कि इस मेल में वोटिंग से अधिक मतदान होगा जो उन्होंने इस नवंबर में एक "धांधली चुनाव" कहा। इस बात का कोई सबूत नहीं है कि चुनाव में धांधली करने की कोशिश की जा रही है, और ट्वीट्स के तहत ट्विटर ने एक लिंक पोस्ट किया जिसमें लिखा था: "मेल-इन मतपत्रों के बारे में तथ्य प्राप्त करें।"
ये चुनाव को कमजोर करेगा
उन्होंने कहा कि अमेरिका के पांच राज्य पहले से ही मुख्य रूप से मेल-इन वोट द्वारा चुनाव करते हैं जिनमें यूटा, कोलोराडो, हवाई, वाशिंगटन और ओरेगन शामिल हैं। समाचार एजेंसी एएफपी ने बताया कि ट्विटर पर सालों से अमेरिकी राष्ट्रपति पर अपने दैनिक, अक्सर व्यक्तिगत अपमान और गलत तरीके से 8 करोड़ से ज्यादा जानकारियों के साथ प्लेटफॉर्म नियमों के उल्लंघन की अनदेखी करने के आरोप लगते रहे हैं। लेकिन ट्विटर का ट्रम्प को एक तीखा बयान देने के लिए पर्याप्त था - ट्विटर पर - जिसमें उन्होंने दावा किया कि अमेरिका में राजनीतिक अधिकार को सेंसर किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मेल-इन मतपत्रों में वृद्धि - कुछ राज्यों में COVID-19 महामारी के दौरान लोगों को भीड़ से बचने की अनुमति देने के लिए महत्वपूर्ण के रूप में देखा जाता है - चुनाव को कमजोर करेगा।