Coronavirus: चीन में फंसे 25 भारतीय छात्र, जानलेवा वायरस सिंगापुर और वियतनाम भी पहुंचा
वुहान। चीन में जानलेवा कोरोना वायरस (Coronavirus) का कहर बढ़ता जा रहा है। अभी तक इस बीमारी से 25 लोगों की मौत हो गई है। ये संक्रमण चीन के वुहान शहर से फैलना शुरू हुआ था। अब सिंगापुर और वियतनाम समेत कई देशों तक पहुंच चुका है। इस बीच खबर आई है कि चीन के इसी वुहान शहर में 25 भारतीय छात्र भी फंसे हुए हैं। जिनमें 20 केरल के रहने वाले हैं। इनमें से 14 छात्र यिचांग स्थित अस्पताल में इंटर्नशिप कर रहे हैं, जो वुहान से 300 किमी दूर है।
835 लोग संक्रमण की चपेट में आ गए हैं
वायरस के खतरनाक स्तर पर पहुंचने के बाद बीजिंग में भारतीय दूतावास की ओर से भारत आने वाले पर्यटकों को एडवाइजरी जारी की गई है। दूतावास ने हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए हैं। अभी तक 835 लोग इस संक्रमण की चपेट में आ गए हैं। दिल्ली, मुंबई, कोलकाता हवाई अड्डों पर स्कैनिंग की कड़ी व्यवस्था की गई है। चीन में भारतीय दूतावास ने कहा है कि उसने दो हेल्पलाइन नंबर +8618612083629 और +8618612083617 जारी किए हैं, इन पर संपर्क कर इस वायरस के बारे में बात की जा सकती है।
चीन में आपातकाल घोषित
वहीं चीनी अधिकारियों ने भी भारतीयों को खाद्य आपूर्ति सहित सभी तरह के सहयोग का आश्वासन दिया है। चीन के पड़ोसी हांगकांग में भी पांच लोगों में इस वायरस के लक्षण देखे गए हैं। अधिकतर मामले चीन के वुहान शहर से सामने आए हैं। माना जा रहा है कि ये वायरस बीते साल के आखिरी महीनों में ही दस्तक दे चुका था। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने बीमारी को लेकर चीन में आपातकाल घोषित कर दिया है। ड्बलूएचओ ने कहा है कि कोरोना वायरस को लेकर विश्व स्तर पर आपातकाल घोषित करना थोड़ी जल्दबाजी होगी।
क्या है कोरोना वायरस?
WHO के अनुसार कोरोना वायरस सी-फूड से जुड़ा है। माना जाता है कि इसकी शुरुआत चीन के हुवेई प्रांत के वुहान शहर के एक सी-फूड बाजार से हुई। ये वायरस ना केवल इंसानों बल्कि पशुओं को भी अपना शिकार बना रहा है।
क्या हैं कोरोना वायरस से बचने के तरीके?
- सी-फूड से दूर रहें।
- साफ-सफाई का ध्यान रखें।
- बाहर से आने या कुछ भी खाने से पहले अपने हाथ अच्छी तरह साफ करें।
- अपने साथ हैंड सेनिटाइजर हमेशा रखें, जहां पानी से हाथ धोने की व्यवस्था ना हो, वहां इसका इस्तेमाल करें।
- सार्वजनिक वाहनों का इस्तेमाल करने के बाद सबसे पहले अपने हाथ साफ करें। जब तक हाथ साफ ना हों तब तक इन्हें चेहरे और मुंह पर ना लगाएं।
- बीमार लोगों की देखभाल के दौरान अपनी सुरक्षा का पूरा ध्यान रखें।
- नाक और मुंह को ढंककर रखें। बीमार लोगों के कपड़े और बर्तनों के इस्तेमाल से बचें।
क्या है कोरोना वायरस का इलाज?
इस बीमारी को खत्म करने के लिए बाजार में अभी तक कोई वैक्सीन नहीं आई है। लेकिन इसके लक्षणों के आधार पर डॉक्टर मौजूदा दवाइयों से इसका इलाज कर रहे हैं। इसकी वैक्सीन तैयार करने पर अभी काम चल रहा है।
क्या हैं लक्षण?
- सबसे पहले सांस लेने में दिक्कत, गले में दर्द, जुकाम, खांसी और बुखार होता है।
- फिर बुखार निमोनिया का रूप ले लेता है।
- निमोनिया किडनी से जुड़ी कई तरह की दिक्कतों को बढ़ाता है।
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