गाजा में जारी संघर्ष के बाद यूएन पर बरसे टर्की के राष्ट्रपति एर्दोगान, कहा खत्म हो गया अस्तित्व
टर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगान ने यूनाइटेड नेशंस (यूएन) की आलोचना करने वाला एक कड़ा बयान दिया है। बुधवार को इजरायल के खिलाफ कोई कार्रवाई न करने पर यूएन की कड़ी आलोचना की।
अंकारा। टर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगान ने यूनाइटेड नेशंस (यूएन) की आलोचना करने वाला एक कड़ा बयान दिया है। बुधवार को इजरायल के खिलाफ कोई कार्रवाई न करने पर यूएन की कड़ी आलोचना की। आपको बता दें कि जब से अमेरिका ने जेरूशलम को इजरायल की राजधानी के तौर पर मान्यता देते हुए दूतावास को तेल अवीव से यहां पर शिफ्ट किया है, तब से ही गाजा पट्टी पर हिंसा का दौर जारी है। इजरायल डिफेंस फोर्सेज (आईडीएफ) पर आरोप है कि उसने 60 फिलीस्तीनी नागरिकों की हत्या की है जो विरोध प्रदर्शन कर रहे थे।
अंतरराष्ट्रीय समुदाय को दिया दोष
टर्की की न्यूज एजेंसी अनादोलू ने एर्दोगान के हवाले से लिखा है, 'यूएन खत्म और नष्ट हो चुका है। इस मौके पर मैं यूएन के जनरल सेक्रेटरी एंटोनिया गुतारेशे से बात तक नहीं कर सकता हूं जबकि उनके साथ मेरी अच्छी दोस्ती है।' उन्होंने आगे कहा कि वह कभी भी इजरायल को इस बात की मंजूरी नहीं देंगे कि वह जेरूशलम को नष्ट कर दे। एर्दोगान ने कहा कि वह तब तक फिलीस्तीनी भाईयों के संघर्ष का समर्थन करते रहेंगे जब तक फिलीस्तीनी जमीन, जिस पर कब्जा है, आजाद नहीं हो जाती, जब तक यहां पर शांति नहीं आती और फिलीस्तीन का बॉर्डर आजाद नहीं हो जाता। एर्दोगान अंतरराष्ट्रीय समुदाय पर भी जमकर भड़के, उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने इस स्थिति से निबटने के उचित प्रयास किए होतेा तो शायद आज कम लोगों की मौत होती। एर्दोगान की मानें तो टर्की इजरायल के खिलाफ चुप नहीं होगा भले ही दुनिया इस स्थिति पर अपनी आंखें मूंद ले। इससे पहले टर्की के राष्ट्रपति एर्दोगान ने शुक्रवार को इस्तानबुल में एक महारैली का ऐलान किया है। यह रैली इस्तानबुल के येनिकापी स्क्वायर पर होगी। इसका मकसद फिलीस्तीनी नागरिकों को अपना समर्थन जाहिर करना है।