डोनाल्ड ट्रंप की धमकी के बाद 120 घंटे तक सीरिया पर रुके टर्की के हमले
वॉशिंगटन। सीरिया पर पिछले पांच दिनों से हमले कर रहे टर्की ने अब आक्रामक रुख को थामने के संकेत दिए हैं। इसके साथ ही कुर्दों की अगुवाई वाली सेनाओं ने बॉर्डर से पीछे हटने का ऐलान कर दिया है। अमेरिका के उप-राष्ट्रपति माइक पेंस और टर्की के अधिकारियों की तरफ से गुरुवार को इस बाबत ऐलान किया गया है। हालांकि टर्की ने सिर्फ पांच दिनों यानी 120 घंटे तक ही अपनी सेनाओं को रोकने का फैसला किया है।
32 किलोमीटर तक का हिस्सा छोड़ने को राजी सेना
माइक पेंस गुरुवार को अंकारा पहुंचे थे। वह यहां पर अमेरिका और टर्की के बीच एक डील को फाइनल करने के सिलसिले में पहुंचे थे। टर्की ने पिछले दिनों से सीरिया पर हमले जारी रखे थे और इसकी वजह से यहां मौजूद संकट और गहरा गया था। संकट भले ही कुछ कम हो गया हो लेकिन ट्रंप के आलोचकों ने उन पर कुर्दिश साथियों को धोखा देने का आरोप लगाया है। पए समझौते के तहत कुर्दिश सेनाओं को 32 किलोमीटर के दायरे से अपने सैनिकों को वापस भेजना होगा। इसके बाद बॉर्डर का हिस्सा सेफ जोन में तब्दील हो गया है और टर्की हमेशा से यही चाहता था। टर्की, कुर्दिश लड़कों को आतंकी मानता है। टर्की, नाटो बल में एक साझेदार है और पिछले एक हफ्ते से सीरिया पर हमले कर रहा था। ट्रंप ने पिछले दिनों धमकी दी थी कि अगर टर्की ने हमले नहीं रोके तो फिर वह ऐसे प्रतिबंध लगाएंगे कि इस देश की अर्थव्यवस्था चौपट हा जाएगी।
अमेरिका ने किया प्रतिबंधों को वापस लेने का फैसला
टर्की की तरफ से सीरिया में जारी हमलों के बाद राष्ट्रपति ट्रंप अपने ही घर में घिरते जा रहे थे। गुरुवार को पेंस ने टर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्डोगान के साथ कई घंटों तक वार्ता की। इसके बाद उन्होंने मीडिया को जानकारी दी कि टर्की के ऑपरेशन पूरी तरह से रुक जाएंगे अगर सीरियन डेमोक्रेटिक फोर्सेज (एसडीएफ) वापस जाती हैं। अमेरिका भी अपने प्रतिबंधों को वापस ले लेगा। पेंस ने कहा कि अमेरिका पीजी और कुर्दिश लड़ाकों के साथ मिलकर काम करेगा। कुर्द, एसडीएफ पर सबसे ज्यादा प्रभाव रखते हैं। वहीं एसडीएफ के चीफ मजलूम आब्दी ने कहा है कि उनकी सेनाएं युद्धविराम के आगे मजबूर है। एसडीएफ, नॉर्थ ईस्टर्न सीरिया के रस अल-एइन से लेकर तत अब्याद तक का इलाका कवर करती हैं। यह जगह, टर्की के दक्षिणी बॉर्डर के एकदम करीब है।