Turkey: हागिया सोफिया के बाद अब चौथी सदी के चोरा चर्च को राष्ट्रपति एर्दोगान ने मस्जिद में बदला
अंकारा। तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगान ने हागिया सोफिया के बाद एक और चर्च को मस्जिद में बदल दिया है। चौथी सदी का चर्च चोरा इस्तानबुल में है और इसे सबसे प्रचीन इमारतों में से एक माना जाता है, उसे शुक्रवार को मस्जिद में बदल दिया गया है। इस प्राचीन चर्च को ऑटोमन साम्राज्य के दौर में मस्जिद में बदल दिया गया था। बाद में इसे भी हागिया सोफिया की तरह ही एक म्यूजियम बना दिया गया। यह फैसला हागिया सोफिया को मस्जिद में बदलने के एक महीने के बाद लिया गया है।
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एर्दोगन ने खुद को बताया खलीफा
इस चर्च को सबसे पहले चौथी सदी में निर्मित किया गया था लेकिन इमारत का अधिकांश हिस्सा 11वीं सदी का है। 200 साल बाद भूकंप की वजह से नष्ट हो जाने के बाद इसका कुछ हिस्सा फिर से बनवाया गया था। सन् 1945 में तत्कालीन तुर्की सरकार ने इसे म्यूजियम के तौर पर बनाने का फैसला किया था। सन् 1958 में इसे एक म्यूजियम के तौर पर जनता के लिए खोल दिया गया था। पिछले साल तुर्की की एक अदालत ने चोरा (तुर्की में इस करिए कहते हैं) को म्यूजियम में बदलने वाले 1945 के सरकारी फैसले को खारिज कर दिया था।
हागिया सोफिया को बदला मस्जिद में
न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक शुक्रवार को, एर्दोगन की तरफ से साइन किए गए और तुर्की के आधिकारिक राजपत्र में इसकी घोषणा की गई। इसमें लिखा था, 'करिए मस्जिद के प्रबंधन को धार्मिक मामलों के निदेशालय को स्थानांतरित कर दिया गया है और मस्जिद को इबादत के लिए खोल दिया गया।' हालांकि शुक्रवार को जारी आदेश में यह नहीं बताया गया कि चोरा में पहली नमाज कब होगी और वहां मौजूद ईसाई कलाकृतियों के लिए क्या व्यवस्था की जाएगी। आपको बता दें कि एर्दोगन ने खुद को तुर्की के धर्मनिष्ठ मुसलमानों के नेता यसनी खलीफा के तौर पर स्थापित कर लिया है। पिछले दिनों उन्होंने हागिया सोफिया में 86 साल बाद हुई पहली नमाज में हजारों लोगों के साथ हिस्सा लिया था। इस कदम की चर्च के नेताओं और कुछ पश्चिमी देशों ने तीखी आलोचना की थी।