नरेंद्र मोदी से मेरी मुलाकात को गलत तरह से दिखाया जा रहा- तुलसी गबार्ड
वॉशिंगटन। अमेरिका में डेमोक्रेटिक राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार तुलसी गबार्ड ने आरोप लगाया है कि उन्हें धर्म के आधार पर निशाना बनाया जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया है कि हिंदू नाम होने की वजह से मुझपर निशाना साधा जा रहा है। आपको बता दें कि गबार्ड अमेरिकी कांग्रेस की पहली हिंदू महिला नेता हैं। उन्होंने मीडिया में एक संपादकीय लिखा है जिसमे गबार्ड ने कहा है कि उनके समर्थकों, उन्हें डोनेशन देने वालों पर धर्म की वजह से निशाना साधा जा रहा है, उनके खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है
पीएम मोदी से की थी मुलाकात
गबार्ड ने 11 जनवरी को ऐलान किया था कि वह 2020 में अमेरिका में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव में अपनी दावेदारी पेश करेंगी। जिस तरह से तुलसी गबार्ड पर हिंदू राष्ट्रवादी होने का आरोप लग रहा है उसपर अपने लेख में गबार्ड ने लिखा है कि कल को कोई मुस्लिम या यहूदी अमेरिकी, जापानी, हिस्पैनिक, अफ्रीकी अमेरिकी होगा। भारत में लोकतांत्रिक तरीके से चुने गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मेरी मुलाकात को इस तरह से दिखाया गया जैसे यह कोई असाधारण मुलाकात थी। मुझसे पहले राष्ट्रपति ओबामा, हिलेरी क्लिंटन, डोनाल्ड ट्रंप ने भी उनसे मुलाकात की है।
भारत से रिश्ते काफी अहम
गबार्ड ने कहा कि मैं पहली हिंदू अमेरिकी जोकि कांग्रेस में चुनी गई और मुझे इसपर गर्व है। मैं पहली हिंदू अमेरिकी हूं जो राष्ट्रपति पद का चुनाव लड़ूंगी। उन्होंने कहा कि मेरे ऐलान के बाद तमाम मीडिया की हेडलाइंस में मेरे उपर मेरे समर्थकों को धर्म के आधार पर नकारात्मक तरीके से दिखाने की कोशिश की गई। गबार्ड ने कहा कि भारत एशिया में अमेरिका का काफी करीबी साझेदार रहा है और भारत की क्षेत्रीय महत्ता काफी अधिक है। कई दशको से दोनों देशों के बीच कूटनीतिक संबंध अहम रहे हैं।
जानबूझकर भय का माहौल बनाया जा रहा
जिस तरह से राजनीतिक विरोधी उनके खिलाफ हमला बोलते हैं उसपर निशाना साधते हुए गबार्ड ने कहा कि हिंदू और अन्य अल्पसंख्यक धर्म को मानने वालों से भय का माहौल बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि 2012 और 2014 में रिपब्लिकन नेताओं ने खुले तौर पर कहा था कि हिंदूओं को अमेरिकी कांग्रेस में आने की अनुमति नहीं देनी चाहिए क्योंकि हिंदू अमेरिकी संविधान के अनुसार अक्षम हैं। यही नहीं 2016 में चुनाव के दौरान विपक्षी नेताओं ने कहा था कि गबार्ड को वोट देना शैतान को वोट देने जैसा है।
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