अमेरिका के नये राष्ट्रपति की दो टूक: ट्रंप के इशारे पर तख्तापलट की कोशिश, नहीं बख्शे जाएंगे दंगाई
6 दिसंबर को अमेरिकी संसद पर हमला पूरी तरह से सुनियोजित और नई चुनी हुई सरकार को बेदखल करने के लिए थी
Trump Impeachment: वाशिंगटन: ''6 दिसंबर को अमेरिकी संसद पर हमला पूरी तरह से सुनियोजित और नई चुनी हुई सरकार को बेदखल करने के लिए थी''। ये बयान दिया है, 20 जनवरी को शपथ लेने वाले अमेरिका के नये राष्ट्रपति जो बाइडेन ने। बाइडेन ने इतना ही नहीं कहा, डोनल्ड ट्रंप को आड़े हाथों लेते हुए बाइडेन ने साफ कहा है, कि अमेरिकी लोकतंत्र से खिलवाड़ करने वाले किसी भी सूरत में बख्शे नहीं जाएंगे।
ट्रंप समर्थकों को कहा आतंकी
20
जनवरी
को
राष्ट्रपति
पद
के
लिए
गोपनीयता
का
शपथ
लेने
जा
रहे
जो
बाइडेन
ने
अपने
ट्वीट
में
वर्तमान
राष्ट्रपति
डोनल्ड
ट्रंप
को
जिम्मेदार
ठहराते
हुए
जोरदार
हमला
बोला
है।
जो
बाइडेन
ने
अपने
ट्वीट
में
लिखा
है,
कि
''
अमेरिकी
संसद
पर
हमला
राजनीतिक
चरमपंथी
और
घरेलू
आतंकियों
ने
किया
है''
जिसके
बाद
सवाल
उठ
रहे
हैं,
कि
आखिर
जो
बाइडेन
ने
किसे
आतंकी
कहा
है?
6
जनवरी
को
ट्रंप
समर्थकों
के
उत्पात
के
बाद
डोनल्ड
ट्रंप
पूरी
दुनिया
के
नेताओं
के
निशाने
पर
हैं,
उनके
खिलाफ
महाभियोग
प्रस्ताव
पास
हो
चुका
है,
और
अगर
सीनेट
में
उनके
खिलाफ
जांच
का
आदेश
पास
हो
जाता
है,
तो
फिर
उनके
खिलाफ
मुकदमा
भी
चल
सकता
है,
और
होने
वाले
राष्ट्रपति
ने
अपने
ट्वीट
में
साफ
कर
दिया
है,
कि
वो
डोनल्ड
ट्रंप
को
बख्शने
वाले
नहीं
है।
सीनेट से जो बाइडेन की अपील
अमेरिकी संसद के नीचले सदन हाउस ऑफ रिप्रजेंटेटिव्स में डेमोक्रेट्स और ट्रंप की ही पार्टी के 10 सांसदों ने ट्रंप के खिलाफ महाभियोग चलाने का समर्थन किया। लेकिन, ट्रंप को 20 जनवरी से पहले राष्ट्रपति पद से तभी बेदखल किया जा सकता है, जब सीनेट में भी ट्रंप को महाभियोग का दोषी पाया जाए। लेकिन, सीनेट में ट्रंप की रिपब्लिकन पार्टी को बहुमत हासिल है, हालांकि, रिपब्लिकन पार्टी के कई नेता ट्रंप को गुनहगार तो मानते हैं, लेकिन वो ट्रंप के खिलाफ मतदान नहीं करेंगे । और अगर 20 जनवरी से पहले ये प्रक्रिया खत्म नहीं होती है, तो फिर ट्रंप ना सिर्फ बच जाएंगे, बल्कि 2024 में होने वाले चुनाव में भी हिस्सा ले पाएंगे, जो ना जो बाइडन चाहते हैं, और ना ही उनकी डेमोक्रेटिक पार्टी चाहती है, लिहाजा जो बाइडेन ने सीनेट से अपील की है, कि वो अमेरिकी लोकतंत्सीर में उच्च मर्यादा स्थापित करने के लिए सीनेट में भी डोनल्ड ट्रंप को राजद्रोही ठहराते हुए उन्हें महाभियोग का दोषी ठहराए।
हालांकि, जो बाइडेन ने ये भी कहा है, कि उनके कार्यकाल में विधायिका की प्राथमिकताएं और सीनेट की प्रक्रिया दोनों साथ साथ चलें, और कोई भी काम रूके नहीं, ये उनकी सरकार की प्राथमिकता होगी, जिससे अंदाजा लगाया जा रहा है, कि बाइडेन के शपथ ग्रहण के बाद भी ट्रंप पर महाभियोग प्रक्रिया चलती रह सकती है।
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