पत्रकार की मौत पर अमेरिका और सऊदी ने एक दूसरे को दी धमकी
वॉशिंगटन। मीडिल ईस्ट में इन दिनों एक पत्रकार की मौत पर तुर्की और सऊदी अरब के बीच विवाद खड़ा होने के बाद अमेरिका भी इसमें कूद गया है। तुर्की का आरोप है कि इस्तानबुल में सऊदी कॉन्सुलेट में ही पत्रकार जमाल खाशोग्गी की हत्या हुई है, वहीं सऊदी अरब ने इस घटना के पीछे अपना हाथ होने का सिरे से खारिज किया है। इस बीच अमेरिका ने भी पत्रकार खाशोग्गी की हत्या पर मीडिल ईस्ट में अपने सबसे करीबी देश सऊदी अरब के खिलाफ कड़ा रुख अपनाने की धमकी दी है। खाशोग्गी एक बहुत ही निडर पत्रकार थे, जो अमेरिका में वॉशिंगटन पोस्ट के लिए काम कर रहे थे।
अगर सऊदी ने हत्या की तो उसकी मिलेगी सजा
सऊदी अरब के खिलाफ कड़ा रुख अपनाने के लिए अमेरिकी सरकार पर विपक्ष और मीडिया दबाव बना रही है। पत्रकार की हत्या पर अमेरिका में कांग्रेस और मीडिया ने सऊदी अरब के खिलाफ प्रतिबंध लगाने के लिए कहा है। सीबीएस न्यूज को दिए इंटरव्यू में ट्रंप ने पत्रकार खाशोग्गी की मौत पर कहा कि अगर सच में सऊदी ने इस घटना को अंजाम दिया है तो यह बेहद ही घिनौना और भयनाक अपराध है। ट्रंप ने कहा कि अगर सऊदी अरब ने पत्रकार की हत्या की है, तो उन्हे इसकी सजा मिलेगी। हालांकि ट्रंप ने कहा कि वे सऊदी के साथ हुए 110 बिलियन डॉलर की आर्म्स डील को कैंसिल नहीं करेंगे, क्योंकि ऐसा करने से अमेरिकी जॉब्स को नुकसान पहुंचेगा।
सऊदी ने भी दी धमकी
उधर सऊदी अरब ने स्पष्ट कर दिया है कि अगर उन पर आर्थिक या राजनीतिक प्रतिबंधों की कोशिश की गई तो वे भी चुप नहीं बैठेंगे। सऊदी किंगडम ने अपने देश के पत्रकार के गायब होने या हत्या होने के मामले में अपने आप को अलग किया है और अपने ऊपर आरोपों को निराधार बताया है। सऊदी ने कहा कि उन्हें धमकी देकर कमजोर आंकने की कोशिश ना करें और अगर उनके खिलाफ किसी भी प्रकार का कदम उठाया गया तो वे उसका मुंहतोड़ जवाब देंगे। बता दें कि ट्रंप की धमकी के बाद सऊदी के स्टॉक मार्केट में ऐतिहासिक गिरावट आई है।
किंगडम के खिलाफ लिखते थे खशोग्गी
वहीं, दूसरी ओर तुर्की ने सऊदी अरब को दोषी साबित घोषित करने के लिए पूरी ताकत झौंक दी है। तु्र्की के विदेश मंत्री यूरोप के नेताओं से मिलकर लगातार इस मामले की जानकारी दे रहे हैं। सऊदी का आरोप है कि इस्तानबुल में सऊदी कॉन्सुलेट में खशोग्गी की मौत हुई है। बता दें कि एक वीडियो में 2 अक्टूबर को खशोग्गी कॉन्सुलेट में जाते दिख रहे हैं, जिसके बाद से वह गायब है। पत्रकार खशोग्गी लंबे समय से सऊदी किंगडम और उनकी शक्तियों के खिलाफ वॉशिंगटन पोस्ट में लिखते आए हैं।
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