ट्रंप के खिलाफ बगावत: पूर्व FBI चीफ ने किए ये अहम खुलासे
जिस शख्स ने ट्रंप के खिलाफ मोर्चा खोला है, उसका नाम है जेम्स कूमी। कुछ दिनों पहले ही ट्रंप एडमिनिस्ट्रेशन ने कूमी को कार्यकाल पूरा होने से पहले ही एफबीआई निदेशक पद से हटाया है।
नई दिल्ली। डोनाल्ड ट्रंप जब से अमेरिकी राष्ट्रपति बने हैं, तभी से उन्हें विरोध का सामना करना पड़ रहा है। कभी इस्लाम विरोधी बयानों के कारण तो कभी महिलाओं के बारे में अभद्र टिप्पणी को लेकर, लेकिन ताजा विवाद पहले की तुलना में कहीं अधिक गंभीर है और अब जो हो रहा है वह किसी बगावत से कम नहीं।
जिस शख्स ने ट्रंप के खिलाफ मोर्चा खोला है, उसका नाम है जेम्स कूमी। कुछ दिनों पहले ही ट्रंप एडमिनिस्ट्रेशन ने कूमी को कार्यकाल पूरा होने से पहले ही एफबीआई निदेशक पद से हटाया है। कूमी है वह अधिकारी हैं, जो ट्रंप के चुनाव प्रचार में रूस की भूमिका की जांच कर रहे थे। ट्रंप पर आरोप हैं कि उन्होंने चुनाव प्रचार के दौरान रूस की मदद से विपक्षी डेमोक्रेटिक पार्टी के नेताओं के ई-मेल्स हैक कराए थे। खबर लिखे जाते वक्त पूर्व एफबीआई डायरेक्टर कूमी अमेरिकी संसद की इंटेलिजेंस कमेटी के सामने अपना बयान दे रहे थे।
क्या कहा कूमी ने?
- 'मुझे इस बात में जरा भी शक नहीं कि रूस ने अमेरिकी चुनाव प्रचार में दखल दिया था।
- ट्रंप ने मुझे कहा था मुझे आपकी वफादारी चाहिए और मैं आपसे वफादारी की उम्मीद करता हूं।
- ट्रंप एडिमिनिस्ट्रेशन झूठ फैला रहा है।
- मुझे हटाने के पीछे जो तर्क दिया गया, उससे मैं चिंतित होने के साथ ही असमंजस में हूं'
आपको बता दें कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप रूस के साथ मिलीभगत के आरोपों को विच हंट (दुर्भावना से कार्य करना) करार दे चुके हैं। दूसरी ओर रूस ने आरोपों को नकारा है, लेकिन जनवरी 2017 में अमेरिकी इंटेलिजेंस एजेंसियों ने दावा किया था कि रूस के हैकर्स ने वरिष्ठ डेमोक्रेट नेताओं के ई-मेल हैक किए थे और हिलेरी क्लिंटन को हराने में ट्रंप की मदद की थी।