ट्रंप ने हांगकांग विधेयक पर किए हस्ताक्षर, भड़के चीन ने दी धमकी
वॉशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हांगकांग में लोकतंत्र और मानवाधिकार के समर्थन वाले एक बिल पर हस्ताक्षर कर मंजूरी दी है। अमेरिका के इस कदम को लेकर चीन प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उसने अमेरिका के खिलाफ बड़े कदम उठाने की धमकी दी है। राष्ट्रपति ट्रंप के इस कदम से चीन और अमरीका के रिश्तों में जारी खटास और ज्यादा बढ़ सकती है। चीन ने पहले भी हांगकांग के मामले में अमरीका को दखल अंदाजी ना करने की बात कही थी।
अमेरिकी सीनेट में पिछले दिनों हांगकांग लोकतंत्र समर्थकों के लिए बिल पेश किया गया था। प्रतिनिधिसभा में इस विधेयक के समर्थन में 417 वोट पड़े और विरोध में सिर्फ एक वोट पड़ा। वहीं सीनेट में यह विधेयक सर्वसम्मति से पारित हुआ। ट्रंप के हस्ताक्षर के बाद अब हांगकांग मानवाधिकार एवं लोकतंत्र अधिनियम, 2019 बिल कानून बन गया है। यह कानून मानवाधिकारों के उल्लंघन पर प्रतिबंधों का उपबंध करता है। इसके तहत भीड़ नियंत्रण की गतिविधियों जैसे आंसू गैस, काली मिर्च, रबर बुलेट आदि को हांगकांग पुलिस के लिए निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया है।
ट्रंप ने एक बयान में कहा, मैं चीन के राष्ट्रपति शी और हांगकांग की जनता का सम्मान करता हूं और मैं इस विधेयक पर हस्ताक्षर कर रहा हूं, जबकि इस सप्ताह के शरूआत में ट्रंप ने संकेत दिए थे कि वह इस विधेयक पर हस्ताक्षर नहीं करेंगे। डोनाल्ड ट्रंप ने आगे कहा, 'शी जिनपिंग ने हांगकांग के बाहर लाखों सैनिक तैनात कर रखे हैं, वे अंदर नहीं जा रहे हैं क्योंकि मैंने उनसे कहा कि ऐसा न करें। ऐसा करना आपकी बड़ी भूल होगी। इससे व्यापार सौदे पर बेहद नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।
वहीं चीन ने चीन ने अमेरिका को धमकी देते हुए कहा है कि अब हम इसके खिलाफ कदम उठाएंगे। चीनी प्रशासन ने कहा कि, यह घिनौना कदम है और अमेरिका के भयावह इरादे को बताता है। मंगलवार को चीन के विदेश मंत्रालय ने कहा था कि उन्होंने बीजिंग में मौजूद अमरीकी राजदूत को समन जारी किया है। इस समन में उनसे कहा गया था कि वो अमरीका को यह बता दें कि अगर वह बिल को मंजूरी दे देते हैं तो फिर उसके बाद होने वाले परिणामों के लिए भी तैयार रहे।
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