ट्रंप सरकार ने मर चुके लोगों के अकाउंट में भेज दिए 10 हजार करोड़ रुपए, कोरोना मरीज करते रहे इंतजार
नई दिल्ली। दुनिया में कोरोना वायरस का सबसे ज्यादा प्रकोप अमेरिका में देखने को मिला है, यहां अब तक 24.69 हजार से अधिक मामलों की पुष्टि हो चुकी है और यह संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। इस बीच अमेरिका की ट्रंप सरकार की एक गलती की वजह से अमेरिका के विपक्षी जमकर आलोचना कर रहे हैं। दरअसल, केंद्रीय प्रशासन ने 1.4 अरब डॉलर (दस हजार करोड़ रुपये से अधिक) की रकम कोरोना वायरस से मरने वाले लोगों के नाम जारी कर दिया जिसका खुलासा शुक्रवार को हुआ।
मृत लोगों के अकाउंट में भेज दिए कोरोना की रकम
दरअसल, अमेरिका के सरकारी जवाबदेही कार्यालय ने कोरोना वायरस महामारी के खिलाफ लड़ाई में ट्रंप सरकार के पिछले 6 महीने के कार्यों की समीक्षा की। रिपोर्ट में कहा गया कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि कोरोना संकट में लोगों को आर्थिक सहायता के लिए चार महीने का इंतजार करना पड़ा, इसका कारण यहा है कि 30 अप्रैल को मदद के नाम पर जारी हुए लगभग 11 लाख पेमेंट की एक बड़ी राशि मृत लोगों के नाम जारी कर दी गई। इसके पीछे अमेरिका में कर संग्रह पर निगाह रखने वाली संघीय एजेंसी (आइआरएस यानी इंटरनल रेवेन्यू सर्विस) ने तर्क दिया कि उनके पास किसी ऐसे शख्स का पेमेंट रोकने का कानूनी अधिकार नहीं है जिसने 2019 में ट्रैक्स जमा कर दिया है, भले ही उस व्यक्ति की मौत ही हो गई हो।
कांग्रेस वित्त मंत्रालय को दी जाए जिम्मेदारी
इस मामले के बाद अब जवाबदेही कार्यालय ने सुझाव दिया है कि पूरे देश के डेथ रिकॉर्ड जांचने का अधिकार कांग्रेस वित्त मंत्रालय को दिया जाए ताकि ऐसे लोगों की पेमेंट रोकी जा सके जो अब इस दुनिया में नहीं हैं। इसके अलावा सरकारी जवाबदेही कार्यालय के रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि कोरोना संकट में सरकार की प्रतिक्रिया धीमी, बेतरतीब और अपर्याप्त थी। इस यह प्रतिक्रिया कोरोना वायरस से मरने वालों की जान बचाने के लिहाज से ठीक नहीं थी।
अमेरिका में कोरोना से 1,26,277 लोगों की मौत
गौतलब है कि दुनियाभर में कोरोना वायरस के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। दुनियाभर में आज शाम तक कोरोना संक्रमण के 96,28,658 मामले हो गए हैं। वहीं दुनियाभर में इस वायरस से 4,89,731 मौतें हुई हैं। दुनिया में कोरोना से अभी तक इससे ठीक हुए लोगों की संख्या 48,55,393 है। अमेरिका और ब्राजील दुनिया के कोरोना से सबसे ज्यादा बुरी तरह से प्रभावित देश हैं। दोनों देशों में मिलाकर कोरोना के करीब 36 लाख से अधिक मामले हैं। अमेरिका में सबसे ज्यादा 48,55,393 कोरोना के मामले अब तक मिले हैं और 1,26,277 लोगों की जान इससे गई है।
बिल गेट्स ने कहा- टेस्टिंग बढ़ाने की जरुरत
इसी बीच माइक्रोसॉफ्ट के सह संस्थापक बि गेट्स ने दुनिया भर में कोरोना के बढ़ते मामले पर चिंता जताई इसके साथ ही उन्होंने संयुक्त राज्य अमेरिका सरकार पर आरोप लगाया कि यहां पर इस कोरोना महामारी को रोकने लिए कुछ खास कदम उठाए नहीं गए हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना के मरीजों की वास्तविक संख्या धूमिल हैं यहां ज्यादा टेस्टिंग बढ़ाने की जरूरत है। गेट्स ने कहा कि अमेरिका में कई लोग इसे नजरअंदाज कर रहे हैं। उन्होंने व्हाइट हाउस के इन दावों को खारिज कर दिया कि ज्यादा टेस्ट होने से अमेरिका में कोरोना में मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। बिल गेट्स ने कहा कि ये तर्क पूरी तरह से गलत है।
यह भी पढ़ें: कोरोना संकट के बीच आई अच्छी खबर: समय से 2 हफ्ते पहले पूरे देश में पहुंचा मॉनसून, यहां होगी झमाझम बारिश