डोनाल्ड ट्रंप ने की पीएम मोदी की तारीफ, मलेरिया की दवाई से बैन हटने पर कहा- वह बहुत महान हैं
वॉशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार को मलेरिया की दवा पर अपने रुख को बदल लिया। ट्रंप ने हाइड्राक्सीक्लोरोक्विन पर मोदी सरकार के रुख का समर्थन किया है। इसके अलावा जिस तरह से भारत कोविड-19 महामारी से निबट रहा है, उसकी भी ट्रंप ने जमकर सराहना की है। ट्रंप ने फॉक्स न्यूज को दिए इंटरव्यू में पीएम मोदी की तारीफों के पुल बांधे हैं। आपको बता दें कि भारत ने मंगलवार को भारत ने कहा कि वो कोरोना बीमारी से संबंधित दवाओं की आपूर्ति उन देशों के लिए शुरू करेगा जो इस महामारी से बुरी तरह पीड़ित हैं। इसके साथ ही पैरासिटामोल और हाइड्रोक्सीक्लोरोक्विन समेत 14 दवाईयों पर लगे बैन को आशिंक तौर पर हटा लिया गया।
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ट्रंप ने अमेरिका के लिए खरीदीं 29 मिलियन खुराक
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने फॉक्स न्यूज के साथ इंटरव्यू में कहा, 'मैं लाखों दवाईयां खरीद ली हैं 29 मिलियन से ज्यादा खुराक खरीदी गई हैं। मैंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात की और अब भारत से कई खुराकों की आपूर्ति होगी। मैंने उनसे कहा कि क्या वह इसे रिलीज करेंगे? वह बहुत महान हैं और वास्तव में अच्छे हैं।' इसके बाद ट्रंप ने आगे कहा, 'उन्होंने इस दवा को इसलिए रोका था क्योंकि उन्हें भारत के लिए भी इसकी जरूरत थी। लेकिन अब काफी अच्छी चीजें हो रही हैं। कई लोगों की नजरें इस पर हैं और मुझे कोई भी खराब बात सुनने को नहीं मिल रही है। बस अच्छी बातें सुनने को मिल रही हैं।' उन्होंने कहा कि इस दवा की वजह से कहीं भी किसी की मौत नहीं हो रही है।
भारत ने पहले ही दे दी थी जानकारी
ट्रंप ने कहा कि अमेरिका भी वैक्सीन बना रहा है। जॉनसन एंड जॉनसन इस पर काम कर रहा है और उन्हें इसके टेस्ट की जरूरत है। ट्रंप के मुताबिक ऐसा लगता है कि ऐसे देश जो मलेरिया से प्रभावित हैं उन पर ज्यादा असर नहीं पड़ा है क्योंकि वहां यह दवा एक आम बात है। अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने सोमवार को भारत पर संभावित कार्रवाई की बात कही थी। उन्होंने कहा था कि अगर भारत ने हाइड्रोक्सीक्लोरोक्विन के निर्यात पर लगे प्रतिबंध को नहीं हटाया तो फिर एक्शन लिया जा सकता है। हालांकि भारत की तरफ से सोमवार को ट्रंप के बयान से कई घंटों पहले ही दवा के निर्यात पर लगी रोक को हटाने के फैसले के बारे में अमेरिकी विदेश विभाग को बता दिया गया था।
WHO और चीफ टेडरॉस निशाने पर
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने जहां भारत और पीएम मोदी की तारीफ की तो वहीं विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्लूएचओ) की आलोचना भी की है। ट्रंप ने डब्लूएचओ पर आरोप लगाया कि संगठन ने महामारी को लेकर दुनिया को अंधेरे में रखा है। ट्रंप की इस बात का समर्थन सीनेटर जिम रेशेस ने भी किया जो फॉरेन रिलेशंस कमेटील के चेयरमैन हैं। उन्होंने तो अब महामारी को लेकर डब्लूएचओ पर जांच की मांग तक कर डाली है। जिम ने कहा कि डब्लूएचओ ने न सिर्फ अमेरिकी लोगों को निराश किया है बल्कि उसने पूरी दुनिया के लोगों को धोखा दिया है। जिम ने इसके मुखिया डॉक्टर टेडरॉस पर आरोप लगाया कि वह चीन की सत्ताधारी कम्युनिस्ट पार्टी को जिम्मेदार ही नहीं ठहराना चाहते हैं।
पीएम मोदी ने भी की है WHO में बदलाव की मांग
पीएम मोदी ने भी पिछले माह वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जब जी-20 के देशों को संबोधित किया था तो उन्होंने भी डब्लूएचओ पर सवाल उठाए थे। उन्होंने कहा था कि संगठन को फिर से तैयार करने की जरूरत है। पीएम मोदी ने कहा था कि 20वीं सदी की अब इस संस्था में पूरी तरह से सुधार करने की जरूरत है। कोरोना वायरस से अब तक दुनियाभर में 1,432,154 संक्रमित हैं और 82,101 लोगों की मौत हो चुकी है। भारत में इसके मरीजों की संख्या 5000 तक हो गई है और 160 लोगों की मौत हो गई है।