चुनावों से पहले कोरोना वायरस राहत बिल पास कराने की कोशिशों में जुटा ट्रंप प्रशासन
वॉशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उनके प्रशासन ने कांग्रेस से अपील की है कि जल्द से जल्द कोरोना वायरस से जुड़े राहत बिल को जल्द से जल्द पास किया जाए। इस सिलसिले में व्हाइट हाउस की तरफ से कोविड रिलीफ बिल को लेकर सांसदों को चिट्टी लिखी गई है। चिट्ठी वित्त मंत्री स्टीवन म्न्यूशिन और व्हाइट हाउस के चीफ ऑफ स्टेट मार्क मिडो की तरफ से लिखी गई है। इनका कहना है कि वो डेमोक्रेटिक पार्टी के नेता चक स्कूमर और प्रतिनिधि सभा की स्पीकर नैंसी पेलोसी से वार्ता करेंगे। व्हाइट हाउस इस विस्तृत बिल पर जल्द से जल्द एक समझौते पर पहुंचना चाहता है।
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कई फंड का नहीं हुआ कोई प्रयोग
रविवार को ट्रंप प्रशासन की तरफ से कांग्रेस से जिस बिल को पास करने की अपील की गई है कि उसमें छोटे उद्यमों के लिए शुरू किए गए कर्ज प्रोग्राम से बचे हुए फंड का प्रयोग किया गया है। प्रशासन की तरफ से जो प्रस्ताव दिया गया है उसे डेमोक्रेटिक पार्टी के सांसदों ने गैर-जरूरी बताते हुए खारिज कर दिया है। ट्रंप प्रशासन के मुताबिक अमेरिकी अर्थव्यवस्था को संकट से बाहर निकालने के लिए जो पैकेज जरूरी है, उसके लिए यह बहुत बड़ा झटका है। प्रशासन का कहना है कि कोरोना वायरस की वजह से लॉकडाउन करना पड़ा और इसके बाद लाखों अमेरिकी नागरिकों की नौकरियां तक चली गई हैं। वित्त मंत्री स्टीवन और चीफ ऑफ स्टाफ मार्क मिडो के मुताबिक कांग्रेस को तुरंत वोटिंग करनी चाहिए ताकि उन तमाम प्रोग्राम की मदद मिल सके जिनका प्रयोग नहीं हो रहा और जो अटके पड़े हैं।
1.8 ट्रिलियन डॉलर पैकेज की पेशकश
व्हाइट हाउस के मुताबिक करीब 130 बिलियन डॉलर का पेचेक प्रोटेक्शन प्रोग्राम फंड्स का अभी तक प्रयोग नहीं हो सका है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की तरफ शुक्रवार को 1.8 ट्रिलियन डॉलर वाले कोरोना वायरस रिलीफ पैकेज की पेशकश की गई है। पेलोसी के साथ उनकी टीम लगातार बात कर रही है है। स्पीकर नैंसी पेलोसी की तरफ से 2.2 ट्रिलियन डॉलर वाले पैकेज की मांग की थी। इसस पहले ट्रंप की तरफ से इस मसले पर हर प्रकार की वार्ता को तीन नवंबर यानी चुनावों तक के लिए बंद कर दिया था। लेकिन अब पैकेज के ऐलान के बाद से हर कोई हैरान है।