फिर से गुलजार हो रहा है पर्यटन उद्योग, जानिए किन-किन देशों में जा सकते हैं भारतीय और क्या हैं नियम?
कोविड-19 कंट्रोल होने के साथ ही एक बार फिर से पर्यटन उद्योग गुलजार होने लगा है। जानिए किन देशों में भारतीय जा सकते हैं और किन देशों में भारतीयों के लिए क्या नियम हैं।
नई दिल्ली, अक्टूबर 16: कोरोनोवायरस महामारी के बाद दुनिया भर में अंतरराष्ट्रीय यात्रा पर प्रतिबंध लगने के करीब दो साल बाद एक बार फिर से दुनिया ने विदेशी पर्यटकों के लिए अपने अपने घर के दरवाजों को खोलना शुरू कर दिया है। संयुक्त राज्य अमेरिका और यूनाइटेड किंगडम सहित कई देश सावधानी से दुनिया भर के पर्यटकों के लिए अपनी सीमाएं खोल रहे हैं। महीनों के प्रतिबंध ने अर्थव्यवस्थाओं पर कहर बरपाया है, खासकर उन इंडस्ट्री पर, जो मुख्य रूप से पर्यटन पर निर्भर हैं। ऐसे में आईये जानते हैं, कि भारत के लिए किन देशों ने अपने अपने दरवाजे खोले है और भारतीय पर्यटकों को यात्रा करने से पहले किन बातों को जान लेना चाहिए।
भारत की जीडीपी से ज्यादा नुकसान
यूनाइटेड नेशंस कॉन्फ्रेंस ऑन ट्रेड ने अंतर्राष्ट्रीय व्यापार और विकास पर एक रिपोर्ट पेश किया है, जिसमें कहा गया है कि, 2020-2021 वित्त वर्ष में वैश्विक जीडीपी को करीब 4 ट्रिलियन डॉलर का नुकसान हुआ है। यानि, भारत की जीडीपी से भी काफी ज्यादा नुकसान वैश्विक जीडीपी को हुआ है। वहीं, इस रिपोर्ट ने सुझाव दिया गया है कि अंतर्राष्ट्रीय पर्यटन में 2023 तक ज्यादा सुधार होने की उम्मीद नहीं है। हालांकि, टीकों के बढ़ते प्रतिशत ने कुछ देशों को दिसंबर और जनवरी में पर्यटन के मौसम के लिए समय पर अपने सीमा प्रतिबंधों में ढील देने के लिए प्रेरित किया है। पर्यटकों और स्थानीय लोगों दोनों की सुरक्षा और पर्यटन के बीच संतुलन सुनिश्चित करने के लिए कोविड-19 के खिलाफ टीकाकरण के प्रमाण पत्र, आरटी-पीसीआर परीक्षण के परिणाम को ध्यान में रखने के लिए कहा गया है। आईये जानते हैं, किन देशों ने भारतीय पर्यटकों के लिए क्या क्या कोविड-19 नियम बनाए हैं।
अमेरिका में भारतीयों के लिए नियम
अमेरिका ने घोषणा की है, कि वह अगले महीने वैक्सीन की दोनों खुराक ले चुके यात्रियों के लिए अपनी सीमाएं खोल देगा। 8 नवंबर से विदेशी पर्यटक अमेरिका के लिए उड़ान भर सकते हैं, बशर्ते उनके पास कोविड-19 निगेटिव सर्टिफिकेट होना चाहिए और यात्रियों के पास वैक्सीन प्रमाण पत्र भी होना जरूरी है। आने वाले दिनों में परीक्षण की समय सीमा सहित आगे के निर्देशों की घोषणा होने की उम्मीद है। बिना टीकाकरण के यात्रा के प्रावधानों की भी घोषणा की जानी बाकी है।
थाइलैंड में भारतीयों के लिए नये नियम
थाईलैंड 1 नवंबर से चुनिंदा देशों के टीके लगाए गए मेहमानों के लिए फिर से खुल जाएगा। 10 देशों के पूरी तरह से टीकाकरण वाले नागरिकों को "कम जोखिम" माना जाएगा, उन्हें बिना क्वारंटाइन के देश में प्रवेश करने की अनुमति दी जाएगी, बशर्ते वे हवाई मार्ग से पहुंचे हों। हालांकि, उन्हें एयरपोर्ट पर कोविड-19 निगेटिव सर्टिफिकेट आरटी-पीसीआर टेस्ट रिपोर्ट दिखाना होगा। इस लिस्ट में चीन, जर्मनी, सिंगापुर, ब्रिटेन और अमेरिका का स्थान तो है, लेकिन भारत का नाम अभी तक इस लिस्ट में नहीं है। भारत के वो पर्यटक, जिन्होंने कोविड-19 वैक्सीन की दोनों खुराक ले भी रखी है, उन्हें थाइलैंड में सात दिनों के लिए क्वारंटाइन किया जाएगा और फिर थाइलैंड में आरटी-पीसीआर टेस्ट करने के बाद ही देश में घुमने की इजाजत दी जाएगी। इसके साथ ही वैक्सीन सर्टिफिकेट पर्यटकों को अपने साथ रखना होगा और थाइलैंड में भारतीय पर्यटकों का दो बार कोविड टेस्ट किया जाएगा।
ब्रिटेन में भारतीयों के लिए नियम
यूके की यात्रा करने वाले भारतीयों के लिए कोविड-19 दिशानिर्देश कोविशील्ड विवाद के मद्देनजर काफी चर्चा में थे। हालांकि, दोनों सरकारों के बीच बातचीत के बाद अब यह समझ में आ गया है कि जिन भारतीयों का पूर्ण टीकाकरण हुआ है, उन्हें किसी क्वारंटाइन से गुजरने की जरूरत नहीं होगी। यात्रियों को आगमन के दूसरे दिन टीकाकरण प्रमाण पत्र ले जाने और आरटी-पीसीआर परीक्षण करने की आवश्यकता होगी।
श्रीलंका में निगेटिव रिपोर्ट होना जरूरी
श्रीलंका घुमने जाने वाले भारतीय पर्यटकों को अपने साथ निगेटिव आरटी-पीसीआर टेस्ट रिपोर्ट ले जाना होगा, इसके साथ-साथ वैक्सीन सर्टिफिकेट होना अनिवार्य है। इसके साथ ही कोविड टेस्ट रिपोर्ट 72 घंटे के अंदर होना जरूरी है। कोविड-19 निगेटिव रिपोर्ट को मूल टीकाकरण प्रमाण पत्र के साथ रखना होगा। श्रीलंका जाने वाले वो लोग, जिन्होंने वैक्सीन की दोनों खुराक नहीं ली है, उन्हें श्रीलंका पहुंचने के साथ ही 14 दिनों के लिए क्वारंटाइन कर लिया जाएगा और 14 दिनों के बाद आरटी-पीसीआर टेस्ट किया जाएगा। उसके बाद अगर रिपोर्ट निगेटिव आती है, उसके बाद ही क्वारंटाइन से निकलने की इजजात दी जाएगी।
दुबई और मालवीद के लिए नियम
दुबई जाने वाले यात्रियों को आगमन से पहले नकारात्मक आरटी-पीसीआर परीक्षण दिखाना आवश्यक है। टेस्ट रिपोर्ट देश में यात्रा करने के लिए निकलने से 96 घंटे के भीतर का होना चाहिए। दुबई में वैक्सीन रिपोर्ट साथ ले जाना कोई जरूरी नहीं है। वहीं, मालदीव में भारतीय पर्यटकों के लिए किसी भी तरह का कोई प्रतिबंध नहीं है और एयरपोर्ट पर पहुंचने के बाद उन्हें काफी आसानी से वीजा मिल जाएगा।
चिली में भारतीयों के लिए नियम
वहीं, चिली जाने वाले भारतीय पर्यटकों को पूरी तरह से वैक्सीनेट होना अनिवार्य है और उनके पास 72 घंटे के अंदर को कोविड-19 निगेटिव सर्टिफिकेट होना भी जरूरी है। इसके साथ ही चिली में एयरपोर्ट पर उतरने के बाद यात्रियों का आरटी-पीसीआर टेस्ट किया जाएगा और निगेटिव होने पर ही एयरपोर्ट से बाहर निकलने की इजाजत दी जाएगी। सबसे ज्यादा ध्यान देने वाली बात ये है कि, आपके द्वारा ली गई वैक्सीन को चिली पब्लिक हेल्थ इंस्टीट्यूट (ISP), विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO), यूनाइटेड स्टेट्स फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (FDA) या यूरोपीय मेडिसिन एजेंसी (EMA) द्वारा मान्यता प्राप्त होना चाहिए।
बहरीन जाने वाले यात्री ध्यान दें
बहरीन कुछ देशों के यात्रियों को पूरी तरह वैक्सीनेटेड होने के बाद बिना क्वारंटाइन के अपने देश में आने की इजाजत दे रहा है। जिसे आप www.bahrainairport.bh/covid-19-travel-information पर दिए गये जानकारियों के साथ चेक कर सकते है। आगमन पर वीजा प्राप्त करने के लिए भारतीयों के लिए वैक्सीन की दोनों खुराक लेना अनिवार्य तो है ही, इसके साथ ही बहरीन पहुंचने के पांचवें दिन और दसवें दिन आरटी-पीसीआर टेस्ट किया जाना भी अनिवार्य है।