अमेरिका: टॉप अमेरिकी मिलिट्री कमांडर ने चीनी मिलिट्री की बढ़ती ताकत पर जताई चिंता
अमेरिका के एक टॉप कमांडर ने कहा है कि जिस तरह से चीन अपनी सेना की ताकत बढ़ा रहा है, वह खतरे की घंटी है। इस टॉप कमांडर के मुताबिक चीन और यहां की मिलिट्री जल्द ही अमेरिका के लिए बड़ी प्रतिद्वंद्वी साबित हो सकती है।
वॉशिंगटन। अमेरिका के एक टॉप कमांडर ने कहा है कि जिस तरह से चीन अपनी सेना की ताकत बढ़ा रहा है, वह खतरे की घंटी है। इस टॉप कमांडर के मुताबिक चीन और यहां की मिलिट्री जल्द ही अमेरिका के लिए बड़ी प्रतिद्वंद्वी साबित हो सकती है। बुधवार को अमेरिकी सेना के कमांडर एडमिरल हैरी हैरिस ने यह बात उस समय कही जब वह अमेरिकी कांग्रेस में अपना भाषण दे रहे थे। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि जिस तरह से बीजिंग पारंपरिक संपत्तियों और विकास के लिए नई तकनीक और रक्षा क्षेत्र में निवेश कर रहा है, वह वाकई चिंताजनक है।
हर क्षेत्र में अमेरिका के लिए चुनौती बनेगा चीन
हैरिस ने कहा कि चीन की प्रभावशाली मिलिट्री जल्द ही अमेरिका के लिए लगभग हर क्षेत्र में बड़ी चुनौती बनने वाली है। चीन की तरफ से मिसाइल सिस्टम में भी खासा और हैरान करने वाला विकास हुआ है। चीन पांचवीं पीढ़ी के फाइटर एयरक्राफ्ट बना रहा है और नेवी के मामले में भी लगातार आगे बढ़ रहा है। हैरिस के मुताबिक यदि अमेरिका ने इस दिशा में तेज गति से काम नहीं किया तो उसे आने वाले समय में काफी संघर्ष करना पड़ेगा।
हैरिस की मानें तो चीन का वन बेल्ट वन रोड प्रॉजेक्ट सिर्फ एक अर्थव्यवस्था को गति देने वालाइंजन नहीं है बल्कि एक तरह का रणनीतिक रास्ता है, जो चीन की तरफ से अमेरिका को सबसे बड़ी चुनौती पेश करेगा। गौरतलब है कि चीन की वन रोड वन बेल्ट प्रोजेक्ट का विरोध करने वालों में भारत का नाम सबसे ऊपर है। भारत का कहना है कि चीन का यह प्रॉजेक्ट कश्मीर से होकर गुजरता है, जो भारत का हिस्सा है। भारत के विरोध के बाद अमेरिका सहित कई देशों ने चीन के इस प्रोजेक्ट का विरोध करने का मन बनाया था।