इतिहास में आजः महान व्यक्तित्व को मिला था नोबेल शांति
बेंगलूरू।
अभी
नोबेल
पुरस्कार
की
चर्चा
है।
बाल
अधिकारों
के
लिए
लड़ते
आर
रहे
कैलाश
सत्यार्थी
को
नोबेल
शांति
पुरस्कार
मिला
है।
क्या
आपको
पता
है
कि
विश्व
के
एक
ऐसे
महान
व्यक्तित्व
को
भी
इसी
माह
में
ही
नोबेल
शांति
पुरस्कार
मिला
था।
वो
ऐसा
शख्सियत
जिसने
मानव
अधिकारों
के
लिए
लड़ाई
लड़ी।
रंगभेद
के
विरुद्ध,
अहिंसा
आंदोलन
से
लेकर
मानवीय
संवेदनाओं
से
जुड़े
मार्टिन
लूथर
किंग
ही
थे।
जिनको
14
अक्टूबर
को
नोबेल
शांति
पुरस्कार
दिया
गया
था।
मार्टिन लूथर किंग का जन्म 1929 में जॉर्जिया के एक प्रांत में हुआ था। मार्टिन लूथर जूनियर ने धर्मशास्त्र में डॉक्टरेट की डिग्री हासिल की। जिसके बाद 1955 में नागरिक अधिकारों के लिए पहला आंदोलन किया।
डीडब्ल्यू की रिपोर्ट के मुताबिक मार्टिन लूथर महात्मा गांधी से प्रभावित थे। इनके व्यक्त्तिव पर महात्मा गांधी के सविनय अवज्ञा आंदोलन और अहिंसावादी चरित्र का गहरा प्रभाव पड़ा था। मार्टिन लूथर जूनियर ने महात्मा गांधी के सिद्धांतों से प्रभावित होकर रंग भेद के विरुद्ध आंदोलन किया।
1964 में इस आंदोलन का असर अमेरिकी कानूनों में सुधार के रुप में दिखाई दिया। पोल टैक्स और नागरिक अधिकार कानूनों में किसी तरह के नस्लीय भेदभाव को दूर करने की दिशा में एक बड़ा कदम कहा जाता है। इसी साल के 14 अक्टूबर को उन्हें नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया।