बॉर्डर पार करके अमेरिका जा रहे बाप-बेटी की इस तस्वीर ने दुखाया लोगों का दिल
वॉशिंगटन। अमेरिका-मैक्सिको बॉर्डर से एक बार फिर एक दिल तोड़ने वाली तस्वीर आई है। यहां पर एक पिता और उनकी नन्हीं बच्ची की पेट के बल पानी में डूबने की तस्वीर ने दुनिया के इस हिस्से में जारी शरणार्थी संकट पर सबका ध्यान खींचा है। इस तस्वीर ने सीरिया के उस बच्चे अयलान कुर्दी की याद भी ताजा कर दी हैं जिसकी साल 2015 में पानी में डुबने से मौत हो गई थी। इस तस्वीर से यह बात भी साफ हो गई है कि लोग किस तरह से अपनी जान खतरे में डालकर किसी भी तरह से शरण लेने की होड़ में लगे हुए हैं।
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मैक्सिको से जा रहे थे अमेरिका
यह फोटो अल सल्वाडोर के रहने वाले एक पिता और उनकी बेटी की है। फोटो में साफ नजर आ रहा है कि बच्ची अपने पिता की शर्ट के अंदर बंधी हुई है। बच्ची के हाथ पिता की तरफ हैं। दोनों ही मृत रियो ग्रांडे में किसी नदी में औंधे मुंह पड़े हुए हैं। रियो ग्रांडे अमेरिकी बॉर्डर है जो मैक्सिको से लगा है। इस तस्वीर को सोशल मीडिया पर तेजी से शेयर किया जा रहा है। इस मोमेंट को लोग सोशल मीडिया पर अयलान कुर्दी मोमेंट करार दे रहे हैं। पिता का नाम ऑस्कर अल्बर्टो मार्टिनेज रामीरेज और बेटी का नाम वालेरिया बताया जा रहा है।
अमेरिका में चाहिए थी शरण
मैक्सिको के एक अखबार ने इन दोनों के शवों की फोटोग्राफ जारी की है और सोमवार को इनके शव बरामद हुए हैं। बच्ची वालेरिया की बांहें पिता के गर्दन के चारों तरफ हैं और उसके पिता की शर्ट ऊपर तक चढ़ी हुई है। अखबार का कहना है कि रामीरेज इस बात को लेकर खासे निराश थे कि वह खुद को अमेरिकी अथॉरिटीज के सामने पेश करके अमेरिका में शरण के लिए अनुरोध नहीं कर पा रहे हैं। रविवार को अपनी बेटी के साथ वह नदी में तैरते हुए काफी दूर आए। उनके साथ पूरा परिवार था।
अपने घर का सपना देख रहे थे मार्टिनेज
नदी के एक किनारे पर अपनी बेटी को बैठाकर वह अपनी पत्नी को लेने चले गए। लेकिन बच्ची पानी में गिर गई और रामीरेज उसे पकड़ नहीं पाए। नदी का तेज बहाव दोनों को बहा ले गया। मार्टिनेज की मां ने न्यूज एजेंसी एपी को बताया, 'जैसे ही बच्ची पानी में कूदी तो मार्टिनेज भी उसे बचाने के लिए कूद पड़े। वह बच्ची को पकड़ने की कोशिश कर रहे थे और इसी कोशिश में वह गहरे पानी में चले गए। मार्टिनेज ने अपनी बेटी को शर्ट में रख लिया था।' मां ने मार्टिनेज को मना किया था लेकिन मार्टिनेज अमेरिका जाना चाहते थे। वह अपना घर बनाने के लिए पैसा कमाना चाहते थे।
भारतीय बच्ची की भी हुई थी मौत
सोनोरन रेगिस्तान से रियो ग्रांडे तक अमेरिका-मैक्सिको का बॉर्डर करीब 2,000 मील लंबा है। इस बॉर्डर को पार करना बहुत ही जानलेवा है लेकिन इसके बाद भी लोग इसे पार करके अमेरिका जा रहे हैं। पिछले वर्ष इसी कोशिश में करीब 283 लोगों की मौत हो गई थी। अल सल्वाडोर के विदेश मंत्रालय ने कहा है कि वह परिवार की मदद की दिशा में काम कर रहे हैं। मैक्सिको के राष्ट्रपति आंद्रेस मैनुअल लोपेज ओब्राडोर ने इस घटना पर अफसोस जताया है। पिछले कुछ हफ्तों में दो बच्चों, एक नवजात और एक महिला की मृत्यु हो चुकी है। मौत की वजह गर्मी थी। जिन बच्चों की मौत हुई उसमें से छह वर्ष की एक भारतीय बच्ची भी थी। अरिजोना में हुई घटना में तापमान को वजह बताया गया था।