इस पॉर्न साइट को 22 महिलाओं ने दिया 91 करोड़ रुपये का झटका, जानिए क्या है माजरा
नई दिल्ली। आज की डिजिटल दुनिया में लोगों के बीच एडल्ट फिल्में देखने का क्रेज बढ़ गया है, इसके साथ ही बढ़े हैं महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराध। लेकिन कभी-कभी एडल्ट फिल्में बनाने वाली वेबसाइटों को भी महिलाओं के साथ धोखाधड़ी करने पर अच्छी खासी चपत लग जाती है। ऐसा ही एक मामला अमेरिका के कैलिफोर्निया से सामने आया है जहां की अदालत ने एक मामले में पॉर्न वेबसाइट को आरोपी मानते हुए 22 महिलाओं को 12.7 मिलियन डॉलर (91 करोड़) रुपये देने का आदेश दिया है।
22 महिलाओं ने की शिकायत
मामला दरअसल महिलाओं के साथ धोखाधड़ी का है यह तब सामने आया जब 22 महिलाओं ने एडल्ट फिल्म बनाने वाली पॉर्न वेबसाइट 'गर्ल्स डू पॉर्न' के खिलाफ कैलिफोर्निया की अदालत में शिकायत की। 4 साल इस दलदल में फंसे रहने के बाद महिलाएं खुलकर सामने आईं और इस मामले में याचिका दायर की जिसपर हाल ही में कोर्ट ने अपना फैसला सुनाया है। दरअसल, महिलाओं को सैन डिएगो मॉडलिंग का ऑफर देकर इस जाल में फंसाया गया था।
एडल्ट वेबसाइट में ज्यादातर महिलाएं 18 से 20 वर्ष के बीच
पीड़ित महिलाओं ने बताया कि सभी को जबरन एक अनुबंध पर हस्ताक्षर करने के लिए दबाव डाला गया और फिर उनसे ड्रग्स और शराब के नशे में एडल्ट फिल्मे बनवाई जाती थीं। अदालत में बताया गया कि सभी महिलाओं की उम्र 18 से 20 वर्ष के बीच है और सभी कॉलेज छात्राएं हैं। वेबसाइट ने उनका पॉर्न वीडियों के शौकीनों की तरह भी प्रचार किया है।
वीडियोग्राफर, डायरेक्टर के खिलाफ आरोप
महिलाओं ने वेबसाइट पर आरोप लगाया है कि उसने महिलाओं से झूठ बोलकर कॉन्ट्रैक्ट पर हस्ताक्षर किए और उनसे एडल्ट फिल्मों में काम कराया। कोर्ट ने सुनवाई के दौरान महिलाओं ने डायरेक्टर माइकल प्रैट, वीडियोग्राफर मैथ्यू वोल्फ, प्रशासनिक सहायक वैलेरी मोजर और एक्टर रूबेन गार्सिया पर धोखाधड़ी, तस्करी, शोषण और जबरदस्ती करने का आरोप लगाया।
कोर्ट ने दिया वीडियो डिलीट करने का आदेश
कोर्ट का फैसला आने के बाद राष्ट्रीय यौन शोषण केंद्र के वकील बेन बुल ने कहा कि कोर्ट ने इस मामले में असाधारण और अनूठा फैसला सुनाया है। उन्होंने यह भी कहा कि मुकदमा और इसका फैसला ऐसे पीड़ितों को आगे आने के लिए प्रोत्साहित करेगा। फैसला सुनाते हुए कोर्ट ने साइट पर मौजूद पीड़ित महिलाओं के वीडियों को भी डिलीट करने का आदेश दिया है। बता दें कि सुनवाई के दौरान कुछ ऐसी महिलाएं भी सामने आईं जिन्होंने कॉलेज की फीस भरने के लिए इस वेबसाइट के साथ काम किया लेकिन उसके बाद उनकी जिंदगी बर्बाद हो गई।
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