अपने जन्म के लिए मां की डिलीवरी करने वाले डॉक्टर पर केस करने वाली महिला की हुई जीत, मुआवजे में मिली मोटी रकम
दोस्तों ब्रिटेन की एक महिला, जिसने अपने जन्म के लिए एक डॉक्टर को जिम्मेदार मानते हुए उस पर केस दर्ज किया था, वह केस जीत गई है। हर्जाने के तौर पर उसे डॉक्टर से लाखों पाउंड मिले हैं।
लंदन, 2 दिसंबर। दोस्तों ब्रिटेन की एक महिला, जिसने अपने जन्म के लिए एक डॉक्टर को जिम्मेदार मानते हुए उस पर केस दर्ज किया था, वह केस जीत गई है। हर्जाने के तौर पर उसे डॉक्टर से लाखों पाउंड मिले हैं। अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर यह मामला क्या है? एक महिला ने खुद के जन्म के लिए एक डॉक्टर पर केस क्यों किया। तो बात दरअसल ये है कि जिस महिला ने अपने जन्म के लिए जिस डॉक्टर पर केस किया था उसका नाम एवी टॉम्ब्स है। 20 वर्षीय एवी टॉम्ब्स एक खतरनाक बीमारी से पीड़ित हैं और उनका मानना है कि उनकी इस बीमारी के लिए वह डॉक्टर ही जिम्मेदार है।
एबी ने डॉक्टर के खिलाफ किया था गलत गर्भाधान का केस
एबी का जन्म साल 2001 में स्पाइना बिफिडा नाम की दु्र्लभ बीमारी के साथ हुआ था। एबी का मानना है कि उन्हें जो बीमारी हुई है वह गर्भावस्था के दौरान उनकी मां का चेकअप करने वाले डॉक्टर के कारण हुई है। क्योंकि उस डॉक्टर ने उनकी मां को दवा को लेकर सही सलाह नहीं दी थी, जिसकी वजह से वह विकलांग पैदा हुईं। इसी वजह से उन्होंने डॉक्टर पर गर्भाधान का केस किया।
मुझे पैदा ही नहीं होना चाहिए था
एवी टॉम्ब्स कहती हैं कि उन्हें पैदा ही नहीं होना चाहिए था। उन्होंने कहा कि उन्हें जो बीमारी है वह फॉलिक ऐसिड की दवा की सही खुराक न लेने की वजह से है। यदि डॉक्टर उनकी मां को बताते कि फॉलिक एसिड दवा लेने से उनका बच्चा स्वस्थ पैदा होगा तो वह उस दवा को लेतीं। मगर डॉक्टर ने उनकी मां से कहा कि यदि वह अच्छी डाइट लेती रहेंगी तो उन्हें फॉलिक ऐसिड की गोली लेने की जरूरत नहीं है। डॉक्टर की सलाह पर ही उनकी मां ने गोली नहीं ली जिसका नतीजा यह हुआ कि आज वह स्पाइना बिफिडा नाम की बीमारी से जूझ रही हैं।
क्या है स्पाइना बिफिडा
दरअसल इस दुर्लभ बीमारी की वजह से उन्हें कभी कभी पूरे चौबीस घंटे के लिए ट्यूब्स का सहारा लेना पड़ता है। इस बीमारी से पीड़ित बच्चे की रीढ़ की हड्डी गर्भ में विकसित नहीं होती।
लंदन हाईकोर्ट ने सुनाया एवी के हक में ऐतिहासिक फैसला
लंदन हाईकोर्ट ने आज एवी के हक में फैसला सुनाते हुए उन्हें मुआवजे के तौर पर भारी रकम देने का आदेश दिया है। हालांकि यह राशि कितनी है इसका खुलासा नहीं हुआ है लेकिन एवी के वकील ने कहा कि यह राशि इतनी है कि वह उनकी जीवनभर की जरूरतों को पूरा करेगी। एवी के वकील ने कोर्ट को बताया कि उनके मां गर्भधारण नहीं करना चाहती थीं, लेकिन डॉक्टर की सलाह के बाद उन्होंने आगे बढ़ने का फैसला किया। यदि डॉक्टर उन्हें फॉलिक एसिड का कोर्स पूरा करने के बाद गर्भ धारण करने की सलाह देते तो शायद उनका बच्चा स्वस्थ पैदा होता।