'सीक्रेट ऑफ ट्रंप', टीवी में करियर बनाने के लिए डोनाल्ड ट्रंप ने प्रेसिडेंट का चुनाव लड़ा था
माइकल वॉल्फ ने 18 महीने तक राष्ट्रपति और उनके वरिष्ठ कर्मचारियों से बातचीत के आधार पर 'फायर एंड फरी: इनसाइड द ट्रंप व्हाइट हाउस' किताब लिखी है
नई दिल्ली। अमेरिकी पत्रकार माइकल वॉल्फ की नई किताब में डोनाल्ड ट्रंप को लेकर चौंकाने वाले खुलासे किए गए हैं। वॉल्फ के मुताबिक, ट्रंप अमेरिकी राष्ट्रपति नहीं बनना चाहते थे। हालांकि, व्हाइट हाउस ने किताब में किए सभी दावों को नकार दिया है। 'फायर एंड फरी : इनसाइड द ट्रंप वाइट हाउस' के मुताबिक डोनाल्ड ट्रंप की बेटी इवांका के अंदर राष्ट्रपति बनने की चाहत है। किताब के मुताबिक ट्रंप के जीतने के बाद इवांका ने अपने पति के सामने ये बात कही थी। उन्होंने कहा था- अब अमेरिकी की अगली राष्ट्रपति मैं बनूंगी। अपने पति कुश्नर से कहा था। अमेरिकी की पहली महिला राष्ट्रपति तो मैं बनूंगी, हिलेरी नहीं। कुश्नर इसके लिए राजी भी हो गए थे। और उन्होंने तय भी कर लिया कि अगर ऐसा मौका आता है तो वह इवांका को ही प्राथमिकता देंगे।
ट्रंप को हार का डर सताने लगा था
माइकल वॉल्फ ने 18 महीने तक राष्ट्रपति और उनके वरिष्ठ कर्मचारियों से बातचीत के आधार पर 'फायर एंड फरी: इनसाइड द ट्रंप व्हाइट हाउस' किताब लिखी है। न्यूयॉर्क मैगजीन में इस किताब के कुछ अंश प्रकाशित किए गए हैं। ट्रंप को अंदेशा था कि वह अपनी डेमोक्रेट प्रतिद्वंदी हिलेरी क्लिंटन से हार सकते हैं। उन्होंने कैंपेन खत्म होने के बाद अपने पुरानी ज़िंदगी में लौटने की प्लानिंग कर ली थी। अगस्त में, जब वे हिलेरी क्लिंटन से 12 प्वाइंट पीछे चल रहे थे, उन्हें हार का डर सताने लगा। राइट विंग बिलेनियर रॉबर्ट मर्सर (जिन्हें ट्रंप नहीं जानते थे) ने ट्रंप के सामने 5 मिलियन डॉलर का प्लान पेश किया। मर्सरस और उनकी बेटी रेबेका ने कैंपेन में बढ़त बनाने के लिए ट्रंप को पूरा प्लान समझाया। ऐसे में ट्रंप मना नहीं कर सके।
ट्रंप टेलीविजन की दुनिया में अपना करियर बनाना चाहते थे
किताब में लिखा है कि डोनाल्ड ट्रंप अमेरिका के राष्ट्रपति नहीं बनना चाहते थे, बल्कि टेलीविजन की दुनिया में अपना करियर बनाना चाहते थे। लेकिन अपने दोस्त की सलाह पर वो राष्ट्रपति के उम्मीदवार बने। उनके दोस्त और पूर्व फॉक्स न्यूज प्रमुख रोजर एलिस ने उनसे कहा कि अगर तुम टीवी में अपना करियर बनाना चाहते हो तो राष्ट्रपति पद के लिए खड़े हो जाओ। राष्ट्रपति उम्मीदवार बनते ही ट्रंप ने H1B वीजा का विरोध शुरू कर दिया था, लेकिन इससे पहले उन्होंने मीडिया मुगल रुपट मर्डोक से फोन पर कहा था कि H1B वीजा अमेरिका के लिए अच्छा है, इससे बेहतर कामगार आते हैं. जिसकी अमेरिका को जरुरत भी है।
व्हाइट हाउस शिफ्ट होने के बाद ट्रंप किसी को अपना टूथब्रश भी नहीं छूने देते थे
किताब में यह ही कहा गया है कि व्हाइट हाउस शिफ्ट होने के बाद ट्रंप किसी को अपना टूथब्रश भी नहीं छूने देते थे। यहां तक कि वो अपनी शर्ट को भी हाथ नहीं लगाने देते थे। दरअसल उन्हें जहर दिए जाने का डर सता रहा था। व्हाइट हाउस पहुंचने के बाद ट्रंप दंपति अलग-अलग कमरों में रुके। उन्होंने कमरे में दो टीवी स्क्रीन और लॉक लगाने का ऑर्डर दिया। हालांकि, कमरे में एक स्क्रीन पहले से लगी हुई थी। सीक्रेट सर्विस ने उन्हें बताया कि उनके पास रूम का एक्सेस है। एक बार हाउसकीपिंग स्टाफ ने जमीन पर गिरी शर्ट उठाने की कोशिश की तो उन्होंने डांटते हुए कहा, "अगर मेरी शर्ट जमीन पर गिरी है तो इसलिए क्योंकि मैं ऐसा चाहता हूं।" इसके बाद उन्होंने कुछ नए नियम बनाए जैसे कोई भी कुछ नहीं छुएगा, खासकर उनका टूथब्रश। साथ ही जब बेडशीट बदलनी होगी, वे खुद हाउसकीपिंग को बता देंगे।
मर्डोक ने तो एक बार उन्हें 'बेवकूफ' तक कह दिया था
रूपर्ट मर्डोक सहित ट्रंप के कई सहयोगी सरकारी और विदेश नीतियों पर उनकी समझ को लेकर हैरान थे। मर्डोक ने तो एक बार उन्हें 'बेवकूफ' तक कह दिया था। मर्डोक ने उन्हें सलाह दी थी कि H-1B वीजा को लेकर लिबरल रवैया, मेक्सिको बॉर्डर और इमीग्रेंट्स को लेकर किए गए वादों के आड़े आ सकता है। लेकिन ट्रंप पर इसका कोई असर नहीं पड़ा और उन्होंने कहा, "हम देख लेंगे." ट्रंप के फोन रखते ही मर्डोक बोले, "क्या बेवकूफ है।" इनॉगरेशन डे' पर ट्रंप काफी परेशान थे। उन्होंने अपनी पत्नी से झगड़ा किया। वे इस बात से परेशान थे कि कुछ बड़े सेलिब्रिटी इस कार्यक्रम में शामिल नहीं होना चाहते थे।
'फायर एंड फ्यूरी: इनसाइड द ट्रंप व्हाइट हाउस' को झूठ का पुलिंदा'
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने उनके प्रशासन के बारे में कई विस्फोटक दावे करने वाली बुक 'फायर एंड फ्यूरी: इनसाइड द ट्रंप व्हाइट हाउस' को झूठ का पुलिंदा करार देते हुए शुक्रवार खारिज कर दिया। ट्रंप ने ट्वीट किया कि उन्होंने लेखक माइकल वोल्फ को उनकी बुक 'फायर एंड फ्यूरी : इनसाइड द ट्रंप व्हाइट हाउस' के लिए व्हाइट हाउस तक कोई पहुंच मुहैया नहीं कराई। व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव सारा सैंडर्स ने कहा, यह किताब झूठ से भरी है और इसमें उन लोगों के हवाले से भ्रामक तथ्य रखे गए हैं, जिनकी व्हाइट हाउस तक कोई पहुंच नहीं है। उन्होंने अपने नियमित संवाददाता सम्मेलन में कहा, लेखक को इस किताब के लिए व्हाइट हाउस तक कोई पहुंच नहीं मिली। वास्तव में वह कभी राष्ट्रपति के साथ नहीं बैठे हैं।
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