थाइलैंड-राजा से बेवफाई के चलते मिली सजा, छिनी सारी रैंक्स और सारे अधिकार
बैंकॉक। थाइलैंड के राजा वाचिरालोंगकोंन ने उनसे बेईमानी करने की वजह से अपनी सबसे करीबी सहयोगी को पद से हटा दिया है। बताया जा रहा है कि राजा के साथ उन्होंने बेवफाई की थी और उन्होंने उनके साथ गलत बर्ताव भी किया था। इसके चलते राजा को यह कदम उठाना पड़ा। थाइलैंड की तरफ से एक आधिकारिक ऐलान कर इस बात की जानकारी दी गई है। जो आधिकारिक ऐलान किया गया है उसके मुताबिक सिनीनात वोंग वचिरापाक बहुत ज्यादा महत्वाकांक्षी थीं और इसकी वजह से वह खुद को रानी के पद तक पहुंचाने की कई कोशिशें कर चुकी थीं।
सोमवार को जारी हुआ बयान
थाइलैंड रॉयल कमांड की ओर से सोमवार को बताया गया है कि सिनिनात की इस कोशिश को अपमानजनक माना गया। इसके बाद सिनिनात से सैन्य रैंक, सम्मान और शाही खिताब सबकुछ छीन लिया गया है। सिनिनात को जुलाई माह में नियुक्त किया गया था और इससे दो माह पहले ही राजा की शादी रानी सुतहिदा से हुई थी। सुतहिदा, उनकी चौथी पत्नी हैं। सिनिनात, मेजर जनरल रैंक की अधिकारी थीं और एक प्रशिक्षित पायलट हैं। इसके अलावा वह नर्स और एक बॉडीगार्ड के तौर पर भी अनुभव रखती हैं। वह पहली ऐसी व्यक्ति थीं जिन्हें एक सदी बाद नोबल कोंसर्ट सम्मान दिया गया था।
मई में हुई थी नियुक्ति
41 वर्षीय सुतिहदा, थाईलैंड के राजा की बॉडीगार्ड यूनिट की डेप्टी चीफ थीं। इसके अलावा वह अक्सर फ्लाइट अटेंडेंट के साथ-साथ कई सालों से राजा के साथ दिखाई देती रही हैं। 26 जनवरी, 1985 को उत्तरी प्रांत नान में जन्मी सिनिनात ने 23 साल की उम्र में रॉयल थाई आर्मी नर्सिंग कॉलेज से ग्रेजुएशन किया। उन्होंने थाईलैंड और विदेश में पायलट के तौर पर ट्रेनिंग ली थी। इसके साथ ही राजा की शाही बॉडीगार्ड यूनिट में सर्विसेज दीं और इस वर्ष मई में एक प्रमुख-जनरल के पद से सम्मानित किया गया था।
पहली बार नजर आई आर्मी यूनिफॉर्म में
मई में राजा के तीन दिवसीय राज्याभिषेक समारोह के दौरान सिनिनात को समारोह में पूरी आर्मी यूनिफॉर्म में मार्च करते हुए देखा गया था। नरेशुआन विश्वविद्यालय के विश्लेषक पॉल चैंबर्स ने कहा, 'राजा के अचानक कदम से हमें पता चलता है कि वह एक राजा के रूप में देखा जाना चाहता है, जो शाही संस्थान में संभावित विभाजन नहीं करेगा।'