Texas Shooting : दादी को गोली मारकर स्कूल पहुंचा था शूटर रामोस
बताया जा रहा है कि, स्कूल में गोलीबारी करने से पहले शूटर सल्वाडोर रामोस ने अपने घर में दादी को गोली मारी थी।
टेक्सास, 26 मई : अमेरिका के टेक्सास में स्थित एक स्कूल में 18 साल के शूटर ने 19 बच्चों समेत 21 लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस घटना ने पूरे विश्व को शोक की लहर में डाल दिया। स्कूल में कत्लेआम मचाने वाले हमलावर की कहानी धीरे-धीरे सबके सामने आ रही है। बताया जा रहा है कि, स्कूल में गोलीबारी करने से पहले शूटर सल्वाडोर रामोस ने अपने घर में दादी को गोली मारी थी।
एक ताकतवर देश जहां हमेशा मास फायरिंग की होती है घटना
अमेरिका दुनिया का सबसे ताकतवर देश है। लोग यहां सुखी संपन्न तो हैं, लेकिन इस देश में मास फायरिंग की घटनाएं भी ज्यादा होती हैं। टेक्सास स्कूल फायरिंग की घटना सुर्खियों में है। टेक्सास की घटना में 19 बच्चे दो शिक्षक समेत 21 लोगों को शूटर ने स्कूल में घुसकर उन पर अंधाधुंध फायरिंग कर मार डाला था। इस घटना के बाद राष्ट्रपति जो बाइडेन ने अमेरिका में चार दिनों के शोक की घोषणा की थी। साथ ही उन्होंने गन कल्चर पर कड़ा एक्शन लेने की बात कही है।
सल्वाडोर रामोस ने की थी स्कूल में फायरिंग
टेक्सास स्कूल में गोलीबारी करने वाले की पहचान 18 साल के सल्वाडोर रामोस के तौर पर हुई है। वह एक स्थानीय नागरिक था। उसने पहले राइफल खरीदी और बाद में स्कूल में जाकर आंधाधुंध फायरिंग कर डाली। घटनास्थल पर शूटर रामोस की लाश भी मिली थी। जानकारी के मुताबिक रिस्पॉन्डिंग ऑफिसर ने शूटर को गोली मारी थी।
रामोस की कहानी
शूटर रामोस के सहपाठी ने बताया था कि सल्वाडोर रामोस एक गरीब छात्र था। स्कूल में बच्चे उसकी गरीबी का मजाक उड़ाते थे। बाद में वह स्कूल जाना कम कर दिया था। बाद में मालूम चला कि वह किसी स्थानीय दुकान में नौकरी कर ली थी।
सोशल साइट पर मैसेज किया था रामोस ने
रामोस ने स्कूल में गोलीबारी करने से पहले एक लड़की को सोशल नेटवर्किंग साइट पर टैग कर मैसेज किया था। उसने मैसेज में लड़की से कहा कि वह उसे एक गुप्त बात बताने वाला है। हालांकि, उसने वह रहस्य वाली बात किसी को नहीं बताई।
रामोस ने एलीमेंट्री स्कूल में जाकर गोलियों की बौछार कर दी
जन्मदिन पर गन खरीदने के बाद रामोस ने एलीमेंट्री स्कूल में जाकर गोलियों की बौछार कर दी। जिसमें 19 बच्चों समेत 21 लोगों की मौत हो गई। बता दें कि, 12 दिसंबर 2012 में सैंडी हुक स्कूल फायरिंग के बाद यह दूसरी सबसे बड़ी गोलीबारी की घटना है। बता दें कि, सैंडी हुक स्कूल फायरिंग में 26 लोगों की मौत हो गई थी।