ISIS रिटर्न: 2021 में कई हमलों को अंजाम दे सकता है ISIS, विदेशी नेता निशाने पर, UN ने जारी किया अलर्ट
आतंकी संगठन ISIS को लेकर UN ने चेतावनी जारी की है। रिपोर्ट में कहा गया है कि ISIS की हमलों को अंजाम देने की प्लानिंग कर रहा है।
न्यूयॉर्क: दुनिया के दामन को आतंक से छलनी कर देने वाला आतंकी संगठन ISIS फिर से एक्टिव हो गया है और उसके 10 हजार से ज्यादा आतंकी फिर से आतंक फैलाने के लिए तैयारी कर रहे हैं। संयुक्त राष्ट्र संघ के आतंकवाद निरोधी प्रमुख ने UN को आगाह करते हुए कहा है कि ISIS फिर से अंतर्राष्ट्रीय शांति को खराब करने के लिए एक्टिव हो गया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि 2021 में ISIS दुनिया के अलग अलग हिस्सों में कई हमलों को अंजाम देने की क्षमता हासिल कर सकता है।
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फिर से एक्टिव हुआ ISIS
UN के आतंकवाद निरोधी ऑफिस के अवर महासचिव व्लादिमीर वोरोंकोव ने बुधवार को UN सुरक्षा परिषद में चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि पूरी दुनिया को फिर से तैयार हो जाना चाहिए कि वो ISIS के किसी भी हमले को नाकाम कर सके। व्लादिमीर वोरोंकोव ने ISIS से UN को आगाह करते हुए 12वीं रिपोर्ट में कहा है कि ISIS की वजह से अंतर्राष्ट्रीय शांति और सुरक्षा को फिर से खतरा बढ़ गया है। हालांकि, इसवक्त दुनिया कोविड-19 संक्रमण की चुनौती से जूझ रहा है मगर ISIS को लेकर अलर्ट हो जाना भी जरूरी है। इस रिपोर्ट में UN के सभी सदस्य देशों से ISIS से मुकाबला करने के लिए अलर्ट जारी किया गया है।
UN की आतंवाद निरोधी रिपोर्ट में कहा गया है कि इस आतंकी संगठन का उद्येश्य कोविड-19 संक्रमण के दौरान कोई फायदा उठाने की नहीं है लेकिन 2020 की दूसरी छमाही के दौरान ISIS में व्यापक स्तर पर फेरबदल हुए हैं और ये आतंकी संगठन फिर से एक्टिव हो गया है। खासकर इराक, सीरिया और युद्धग्रस्त इलाके में एक बार फिर ये आतंकी संगठन कोरोना वायरस की वजह से उपजे हालातों का फायदा उठा सकता है। UN की रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि ISIS इस साल यानि 2021 में कई हाइ-प्रोफाइल हमलों को अंजाम देने की प्लानिंग भी कर रहा है।
विदेशी नेता हैं ISIS के निशाने पर
बताया जा रहा है कि इस वक्त ISIS कैंप में 10 हजार से ज्यादा आतंकी हैं, जो एक बार फिर से सक्रिय हो सकते हैं। इसके साथ ही ISIS फिर से दुनिया के अलग अलग देशों के युवाओं को ISIS में शामिल होने के लिए ऐलान कर सकता है और सबसे बड़ा खतरा और डर इसी बात को लेकर है कि क्या पिछली बार की तरफ इस बार भी दुनिया के अलग अलग हिस्सों से युवा ISIS में शामिल होने के लिए कदम आगे बढ़ाते हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि ISIS के आतंकी एक बार फिर से इराक और सीरिया में सरकारी दफ्तरों को निशाना बना सकते हैं साथ ही विदेशी नेताओं के ऊपर हमला होने की सबसे ज्यादा संभावना है। लिहाजा, पूरी दुनिया को इस आतंकी संगठन को लेकर फौरन सतर्क हो जाना चाहिए।
कुछ दिन पहले मारा गया है ISIS का नंबर-2
जनवरी के आखिरी हफ्ते में अमेरिकी सेना ने इराक की राजधानी में कई आतंकियों के साथ ISIS के टॉप लीडर को भी एयरस्ट्राइक में मार गिराया है। अमेरिकी सेना ने ये एयरस्ट्राइक इराक की राजधानी बगदाद में हुए बम धमाके में शामिल आतंकियों को निशाना बनाते हुए किया था। जिसमें इस्लामिक स्टेट का ग्रुप कमांडर जब्बार सलमान अली फरहान अल इसावी (Jabbar Salman Ali Farhan al-Issawi) मारा गया था। इस आतंकी को इस्लामिक स्टेट में अबू यासिर के नाम से भी जाना जाता था।
जब्बार सलमान अली फरहान अल इसावी इस्लामिक स्टेट में नंबर दो के ओहदे पर था। माना जाता है कि अल इसावी, अबु बकर अल बगदादी की मौत के बाद ये नये सिरे से ISIS को संभालने का काम कर रहा था। अमेरिकी सेना के मुताबिक इस्लामिक स्टेट का ग्रुप कमांडर जब्बार सलमान अली फरहान मारा जाना इराक के लिए बड़ी कामयाबी है। ये आतंकवादी इराक में ISIS का ग्रुप कमांडर था, जो अलग अलग इलाके में फैले आतंकियों को निर्देश देता था। बगदादी की मौत के बाद ये इस्लामिक स्टेट आतंकियों के बीच नंबर दो का आतंकवादी था। इस्लामिक स्टेट के आतंकवादियों को क्या करना है, कहां हमला करना है, यही आतंकवादी तय करता था।
जनवरी में इराक की राजधानी में ISIS के आतंकियों ने फिर से बम धमाका किया था और तभी से इस बात की आशंका बन गई थी कि ISIS के आतंकियों ने फिर से दुनिया को दहलेन की साजिश रचनी शुरू कर दी है।
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