शरारती युवकों ने पत्थर मार कर घोंसले और अंडों को किया तबाह, सदमे से हंस की हुई मौत
नई दिल्ली: कोरोना वायरस के कहर ने इंसानों को घरों में कैद रहने पर मजबूर कर दिया था। अब जैसे-जैसे इंसानों की जिंदगी पटरी पर लौट रही है, वैसे-वैसे ही जानवरों पर अत्याचार बढ़ते जा रहे हैं। ताजा मामला इंग्लैंड के ग्रेटर मैनचेस्टर से सामने आया है, जहां पर एक हंस के घोंसले को कुछ लोगों ने तबाह कर दिया। जिससे दुखी मादा हंस ने घोंसले के पास ही दम तोड़ दिया। वहीं अभी तक नर हंस का कुछ पता नहीं चला है। इस घटना को लेकर लोगों में काफी गुस्सा है।
20 मई की घटना
Manchester Evening News नाम के पोर्टल की रिपोर्ट के मुताबिक केयर्सली में मैनचेस्टर नहर के पास नर और मादा हंस ने घोंसला बनाया था। पिछले महीने ही वहां पर मादा हंस ने 6 अंडे भी दिए थे। इस बीच 20 मई को वहां पर कुछ शरारती युवक आए और पत्थर फेंकना शुरू कर दिया। इस दौरान घोंसला तो तबाह हुआ ही, साथ ही उसमें रखे कई अंडे भी फूट गए। स्थानीय लोगों के मुताबिक युवकों ने पहले घोंसला उजाड़ दिया, फिर जानबूझकर निशाना लगाकर अंडों पर ईंट और पत्थर फेंकने लगे।
सिर्फ एक अंडा बचा
इलाके के वन्यजीव प्रेमियों के मुताबिक युवकों के हमले में तीन अंडे तुरंत ही फूट गए थे, बाकी तीन को बचाने की कोशिश उन्होंने की, लेकिन वो कामयाब नहीं हुए। अभी सिर्फ एक ही अंडा बचा है। दो हफ्ते पहले नर हंस उस इलाके को छोड़कर चला गया था और तब से नहीं लौटा। माना जा रहा था कि घोंसला उजड़ने के बाद वो काफी दुखी था और इसी वजह से उसने इलाके को छोड़ने का फैसला लिया। वहीं अब मादा हंस घोंसले के पास मृत पाई गई। वन्यजीव प्रेमियों के मुताबिक अंडों के फूटने के बाद वो काफी दुखी थी और ये दुख बर्दाश्त नहीं कर पाई। जिससे उसकी मौत हो गई।
हंस के लिए इंसाफ की मांग
एक वन्यजीव प्रेमी ने इस घटना को फेसबुक पर शेयर किया। जिसके बाद से लोगों में काफी गुस्सा है। लोग प्रशासन ने आरोपी युवकों को गिरफ्तार कर सजा देने की मांग कर रहे हैं। साथ ही घोंसले की फोटो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है। स्थानीय अधिकारियों के मुताबिक Wildlife and Countryside Act 1981 के तहत हंस के घोंसलों को संरक्षण मिला हुआ है। ऐसे में आरोपी युवकों की पहचान कर उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
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