टैक्सी ड्राइवर पर 15 लोगों ने चाकूओं से किया हमला, मोटे कपड़ों ने बचाई जान
इंग्लैंड के बर्मिंघम में एक टैक्सी ड्राइवर की जान इसलिए बच गई क्योंकि उसने सर्दियों के मोटे कपड़े पहने हुए थे। रफाकत अली नाम का शख्स अपनी टैक्सी में बैठा हुआ था जब 15 लोगों के गिरोह ने उसपर हमला कर दिया। कपड़ों ने रफाकत की जान तो बचा ली लेकिन उनके पूरे शरीर पर काफी चोटें आई हैं।
बर्मिंघम। इंग्लैंड के बर्मिंघम में एक टैक्सी ड्राइवर की जान इसलिए बच गई क्योंकि उसने सर्दियों के मोटे कपड़े पहने हुए थे। रफाकत अली नाम का शख्स अपनी टैक्सी में बैठा हुआ था जब 15 लोगों के गिरोह ने उसपर हमला कर दिया। कपड़ों ने रफाकत की जान तो बचा ली लेकिन उनके पूरे शरीर पर काफी चोटें आई हैं।
38 वर्षीय रफाकत बर्मिंघम के स्मॉल हीथ में टैक्सी ड्राइवर हैं। कुछ दिन पहले जब वो एक सवारी को छोड़कर सड़क किनारे खड़े थे तब 15 लोगों ने उनपर हमला कर दिया। गुंडों ने उनके साथ मारपीट की और चाकू से भी हमला किया। हमले में घायल रफाकत को तुरंत पास के अस्पाल में ले जाया गया। मिरर से बातचीत में रफाकत ने बताया कि उनकी जान केवल इसलिए बची क्योंकि उन्होंने इतने कपड़े पहने हुए थे।
रफाकत ने कहा, 'वो मुझे मारना चाहते थे। उन्होंने पैसे की डिमांड नहीं की। वो एक के बाद एक मेरे पर हमले किए जा रहे थे। मैंने दो टी-शर्ट्स पहनी थी। एक बड़ा जंपर और एक मोटा कोट पहना था जिसने मेरी जान बचाई।' रफाकत ने आगे बताया कि वो किराए का इंतजार कर रहे थे जब कुछ 15-17 साल के तकरीबन 15 लड़के उनकी तरफ बढ़ने लगे। 'एक गाड़ी की विंडस्क्रीन पर चढ़ने लगा, दूसरा गाड़ी का दरवाजा तोड़ने लगा। मैं अपनी गाड़ी चलाकर निलकल सकता था लेकिन अगर उनमें से किसी को चोट पहुंच जाती तो ये मेरे लिए ही नुकसानदेह होता। मैं गाड़ी से बाहर निकल गया और उनका सामना करने लगा।'
मौके पर मौजूद कुछ लोगों ने पुलिस और एंबुलेंस को फोन कर के बुलाया। पुलिस का कहना है कि इस मामले की जांच चल रही है। रफाकत की हालत देखकर उनका परिवार और बच्चे काफी डरे हुए हैं। ये मामला हेट क्राइम का है या नहीं, अभी ऐसी कोई जानकारी सामने नहीं आई है।
ये भी पढ़ें: मार्क जकरबर्ग की बहन के साथ फ्लाइट में छेड़छाड़, बताया उसने की क्या हरकत