आतंकवादियों जैसे न दिखें तजाकिस्तान के लोग इसलिए पुलिस ने कटवा दी ढाढ़ी
दुशांबे। तजाकिस्तान में एक अजब-गजब फरमान के बाद यहां की पुलिस ने करीब 13,000 पुरुषों की ढाढ़ी कटवा दी है। साथ ही साथ 1700 महिलाओं को आदेश दिया है कि वे बुर्का पहनना या फिर सर को ढंकना बंद कर दें।
टाइम मैगजीन के मुताबिक इस्लाम की कट्टरपंथी सोच से निबटने के लिए यह कदम उठाया गया है। सिर्फ इतना ही नहीं 160 ऐसी दुकानों को बंद करा दिया गया है जहां पर मुसलमानों से जुड़े कपड़े बेचे जाते थे।
कभी सोवियत गणराज्य का हिस्सा रहे इस देश में अथॉरिटीज का कहना है कि बढ़ी हुई ढाढ़ी को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। आंकड़ों के मुताबिक 2015 में यहां करीब 1773 लड़कियों ने हिजाब या बुर्का पहनना बंद कर दिया है।
अधिकारी बहरोम शरीफजोदा के मुताबिब करीब 89 ऐसी महिलाओं को गिरफ्तार किया गया है तो बुर्का पहने थीं और प्रॉस्ट्यिूशन से जुड़ी हुई थीं।
आपको बता दें कि तजाकिस्तान एक मुस्लिम बाहुल्य वाला देश है और 2,000 से ज्यादा युवा इस समय आईएसआईएस के साथ जुड़ गए हैं। मुसलमानों की आबादी ज्यादा होने के बावजूद तजाकिस्तान खुद को हमेशा एक धर्मनिरपेक्ष देश कहता आया है।
इसे देश ने नाबालिगों के मस्जिद जाने पर रोक लगाई थी। साथ ही बाहर के इस्लामिक स्कूलों में पढ़ने वाले हजारों युवाओं को वापस तजाकिस्तान आने के लिए कहा था। वर्ष 2015 में यहां के सुप्रीम कोर्ट ने देश की इकलौती इस्लामिक राजनीतिक पार्टी को भी बैन कर दिया था।
पिछले हफ्ते ही राष्ट्रपति इमोमाली रहमान की अगुवाई वाली सरकार ने अरब देशों में प्रचलित अरबी भाषा वाले नामों को भी बैन कर दिया था। यहां पर पिछले कुछ वर्षों में लड़कों का नाम या तो मोहम्मद रखा गया या फिर युसूफ। इसकी वजह से इस समय तजाकिस्तान में करीब 8.3 मिलियन लोग ऐसे हैं जिनके नाम या तो मोहम्मद है या फिर युसूफ।