ताइवान ने खोला हांगकांग माइग्रेशन ऑफिस, चीन के राष्ट्रीय सुरक्षा कानून का विरोध
नई दिल्ली। चीन की संसद में पास विवादित हांगकांग सुरक्षा कानून का विरोध तेज हो गया है। जिसके चलते ताइवान ने हांगकांग के प्रदर्शनकारियों को अपना पूरा समर्थन दे दिया है। इसके अलावा ताइवान ने अपने यहां हांगकांग माइग्रेशन ऑफिस को भी खोल दिया है। ताइवान के मुताबिक ये ऑफिस उन पेशेवर लोगों की मदद करेगा, जो शिक्षा और व्यवसाय समेत कई उद्देश्यों से द्वीप पर जाने की कोशिश कर रहे हैं।
उद्घाटन समारोह के दौरान ताइवान के मंत्री चेन मिंग टोंग ने कहा कि वो हांगकांग के राष्ट्रीय सुरक्षा कानून का विरोध करते हैं। इस कार्यालय का उद्देश्य हांगकांग के लोगों का साथ देना है। साथ ही ये हांगकांग के लोगों की देखभाल के लिए ताइवान के दृढ़ संकल्प को भी उजागर करता है। उन्होंने कहा कि अगर जरूरी हुआ तो हालात को ताइवान सैन्य बल के जरिए नियंत्रण में करेगा। आपको बता दें कि हांगकांग के प्रदर्शनकारियों को शुरू से ही ताइवान का पूरा समर्थन प्राप्त है। इससे पहले भी ताइवान ने कहा था कि वो प्रदर्शनकारियों का अपने यहां स्वागत करता रहेगा।
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बिल
के
विरोध
में
कई
देश
दरअसल
मंगलवार
को
इस
कानून
के
पास
होने
के
बाद
से
हांगकांग
में
अब
तक
के
सबसे
बड़े
बदलाव
का
रास्ता
खुल
गया।
23
साल
पहले
ब्रिटेन
ने
अपना
शासन
यहां
से
समाप्त
किया
था
और
सन
1997
में
इसे
चीन
को
सौंप
दिया।
इस
बिल
के
पास
होने
के
बाद
माना
जा
रहा
है
चीन
का
टकराव
अमेरिका,
ब्रिटेन
और
दूसरे
पश्चिमी
देशों
के
साथ
बढ़ेगा।
अमेरिका
ने
भी
हांगकांग
को
मिले
विशेष
दर्जे
को
खत्म
कर
दिया
है।
चीन
हमेशा
से
ही
हांगकांग
पर
अपना
पूरा
दावा
करता
रहा
है।
हाल
ही
में
उसने
यूएन
में
कहा
था
कि
हांगकांग,
चीन
का
विशेष
प्राशसनिक
क्षेत्र
है
और
हांगकांग
के
मसले
पूरी
तरह
से
चीन
के
आंतरिक
मसले
हैं।
आतंरिक
मसलों
में
कोई
बाहरी
हस्तक्षेप
नहीं
होना
चाहिए।