ओआईसी सम्मेलन से इतर सुषमा स्वराज की कई देशों के विदेश मंत्रियों से बैठक
अबु धाबी। इस्लामी सहयोग संगठन (ओआईसी) की बैठक के लिए संयुक्त अरब अमीरात में मौजूद भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज कई देशों को अपने समकक्षों के साथ बैठकें भी कर रही हैं। अबु धाबी में ओआईसी सम्मेलन के इतर उन्होंने मालदीव के विदेश मंत्री अब्दुल्ला शाहिद और बांग्लादेश के विदेश मंत्री डॉ अब्दुल मेनन से शुक्रवार को मुलाकत की है।
विदेश मंत्रालय में सचिव टीएस त्रिमूर्ति ने बताया है कि सुषमा स्वराज बांग्लादेश, मालदीव के अलावा , उज्बेकिस्तान और कुछ दूसरे मुल्कों के विदेश मंत्रियों के साथ भी बैठक करेंगी। उन्होंने ये भी बताया है कि भारत-पाक में तनाव के मद्देनजर ओआईसी के किसी भी देश ने मध्यस्थता की पहल नहीं की है। अबू धाबी में एक और दो मार्च को ओआईसी विदेश मंत्रियों के सम्मेलन में सुषमा स्वराज विशिष्ट अतिथि की हैसियत से शामिल हो रही हैं।
ओआईसी के मंच पर अपनी बात रखते हुए सुषमा स्वराज ने कहा, भारत की लड़ाई आतंक के खिलाफ है, किसी धर्म के खिलाफ नहीं है। इस्लाम शांति सिखाता है। सुषमा ने ऋगवेद का जिक्र करते हुए कहा, भारत हमेशा से ऋगवेद के 'एकं सद्विप्रा बहुधा वदन्ति' पर विश्वास करता आया है जिसका मतलब है, ईश्वर एक है। लेकिन विद्वानों ने उन्हें कई तरीकों में बयान किया है।
ओआईसी बैठक में पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी को भी शामिल होना था। पाकिस्तान ओआईसी के संस्थापक सदस्यों में शामिल है लेकिन पाक विदेश मंत्री कुरैशी ने कार्यक्रम में सुषमा स्वराज को बुलाए जाने पर एतराज जताते हुए इसमें शिरकत से इनकार कर दिया। ओआईसी इस्लामी देशों का एक संगठन है जिसकी स्थापना 1969 में हुई थी। इसके 57 सदस्य देश हैं।