विदेश में भारतीयों से नहीं मिल पाने पर यात्रा अधूरी लगती है- सुषमा स्वराज
नई दिल्ली। तीने देशों के विदेश दौरे पर सुषमा स्वराज ने उजबेकिस्तान में स्थानीय भारतीय नागरिकों को संबोधित करते हुए कहा कि अगर मैं किसी विदेश यात्रा पर जाती हूं और अपने देश के लोगों से नहीं मिलती हूं तो ऐसा लगता है कि मेरी यात्रा अधूरी है। उजबेकिस्तान के ताशकंद में भारतीय समुदाय के लोगों को संबोधित करते हुए विदेश मंत्री ने लोगों से अपने दिल की बात साझा करते हुए कहा कि अपने लोगों से मिले बिना मुझे मेरी विदेश यात्रा अधूरी लगती है। सुषमा स्वराज ने कहा कि प्रेम लगाव भारती संस्कृति की पहचान है जिसे उजबेकिस्तान में हर तरफ देखा जा सकता है। भारतीय नृत्य, संगीत, फिल्म, व्यंजन, पोशा और योगा यहां काफी लोकप्रिय है।
इससे पहले विदेश मंत्री ने कजाकिस्तान के दौरे पर भारतीय समुदाय के लोगों को संबोधित करते हुए कहा था कि इससे पहले किसी भी सरकार के भीतर एनआरआई के प्रति इतना प्यार देखने को नहीं मिला। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज यहीं नहीं रुकी, उन्होंने आजादी के बाद से लेकर आजतक की सरकार की तुलना मौजूदा सरकार से कर डाली। सुषमा स्वराज ने कहा कि पंडित जवाहर लाल नेहरू से लेकर डॉक्टर मनमोहन सिंह की सरकार तक आपने यह कभी नहीं देखा होगा कि भारतीय प्रधानमंत्री विदेश में अप्रवासी भारतीयों को रैली में संबोधित करते हो। सुषमा स्वराज के कजाकिस्तान दौरे के बारे में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने ट्वीट करके बताया कि विदेश मंत्री ने अस्ताना में भारतीय समुदाय के लोगों से मुलाकात की है, इस दौरान उन्होंने कहा कि अस्ताना दुनिया की सबसे ठंडी राजधानियों में शुमार है, लेकिन कजाकिस्तान के लोगों के स्वागत में पूरी गर्मजोशी है, जोकि इस ठंड को बिल्कुल भी महसूस नहीं होने देती है।
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