फ्रांस के दौरे पर सुषमा स्वराज ने कहा आतंकवाद से एकजुट होकर लड़ने की जरूरत
नई दिल्ली। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने फ्रांस के दौरे के दौरान कहा कि इस वर्ष हम दोनों देशों के बीच संबंध के दो दशक पूरा होने का जश्न मना रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अप्रैल 2015 और जून 2017 में फ्रांस का दौरा किया था, हाल में राष्ट्रपति मैक्रोन ने हमारे साथ संबंधो को नई धार दी थी। दोनों देशों के बीच आपसी संबंध और भी बेहतर हुए हैं। पेरिस में साझा कांफ्रेंस के दौरान बोलते हुए विदेश मंत्री ने कहा कि दोनों देशों की यह जिम्मेदारी है कि समाज को सुरक्षित रखें।
आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होने की जरूरत
सुषमा स्वराज ने कहा कि दोनों देशों के बीच आपसी संबंध बेहतर होने की जरूरत है जिससे कि समाज को सुरक्षित रखा जा सके। हम आतंकवाद के खिलाफ एक दूसरे की मदद करेंगे। दोनों देशों के द्वीपक्षीय संबंध के अलावा क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय संबंधों पर भी हम ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। हम फ्रांस को इस बात का शुक्रिया कहना चाहेंगे कि उसने यूएन सेक्युरिटी काउंसिल में भारत की स्थाई सदस्यता का समर्थन किया है।
विदेश मंत्री को भारत आने का न्योता
इस दौरान सुषमा स्वराज ने फ्रांस के विदस मंत्री ड्रायन जी को भारत आने का भी न्योता दिया जिससे कि भविष्य में दोनों देशों के बीच आपसी संबंध और भी मजबूत हो सके। इस दौरान विदेश मंत्री ड्रायन ने कहा कि हमने परमाणु समझौते पर बातचीत की है, इस वर्ष मार्च माह में अहम फैसला लिया गया है, जब हमारे पीएम और भारत के पीएम के बीच छह न्यूक्लियर रिएक्टर पर सहमति बनी थई। हमे इस वर्ष के अंत तक इस प्रोजेक्ट को पूरा करने के लिए आगे बढ़ने की जरूरत है।
आने वाले समय में संबंध और बेहतर होंगे
फ्रांस के विदेश मंत्री ने कहा कि कोरियन उपमाहद्वीप की स्थिति को बेहतर करने के लिए भी हमे एक दूसरे के साथ काम करने की जरूरत है। हम जानते हैं कि यूएस और उत्तर कोरिया के नेताओं के बीच बैठक हुई थी। लेकिन हम एक दूसरे के साथ सैन्य सहयोग भी कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि भारत एशिया में भारत एक अहम सहयोगी है, हमने सुषमा स्वराज को इस बात का भरोसा दिलाया है कि फ्रांस आने वाले समय में भारत का अहम सहयोगी बनेगा।