Coronavirus: ब्रिटेन के थिंक टैंक ने की चीन पर मुकदमे की मांग, कहा-दुनिया को हुए आर्थिक नुकसान का हर्जाना दिया जाए
लंदन। यूनाइटेड किंगडम (यूके) के एक थिंक टैंक ने कोरोना वायरस को लेकर चीन पर मुकदमा ठोंकने की मांग कर डाली है। थिंक टैंक की तरफ से पेपर्स तैयार कर लिए गए हैं और विकल्पों पर विचार किया जा रहा है। थिंक टैंक का मानना है कि चीन ने कई अंतरराष्ट्रीय संधियो का उल्लंघन किया है और ऐसे में उस पर अरबों डॉलर का हर्जाना बनता है। सोमवार तक इस वायरस से 1,287,095 लोग संक्रमित हैं तो 70,523 लोगों की मौत हो चुकी है।
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थिंक टैंक ने गिनाए 10 कारण
ब्रिटेन की कंजर्वेटिव पार्टी के सांसदों ने चीन पर दबाव बनाने की मांग की है। इसके बाद थिंक टैंक द हेनरी जैकसन सोसाइटी ने चीन पर घातक वायरस फैलाने पर कानूनी कार्रवाई और केस ठोंकने के लिए 10 संभावित कारण बताए हैं।ब्रिटिश अखबार द टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक दुनियाभर में कोरोना वायरस फैलाने के आरोप में चीन से हर्जाने की मांगने की अपील है। रिपोर्ट में जैकसन सोसाइटी के हवाले से लिखा गया है कि कोरोना फैलाने के लिए चीन पर अंतरराष्ट्रीय कानून के तहत मुकदमा ठोंकना चाहिए और उससे कोरोना से हुए आर्थिक नुकसान की पूर्ति के लिए भारी हर्जाना वसूला जाना चाहिए। द हेनरी जैकसन सोसाइटी ने बताया कि कोरोना से दुनियाभर के देशों में कम से कम 6.5 ट्रिलियन डॉलर यानी करीब (85 लाख करोड़ से भी ज्यादा का आर्थिक नुकसान हुआ है और इस नुकसान को जी-7 देश उठा रहे हैं।
चीन ने किया मांग मानने से इनकार
रिपोर्ट में कहा गया है कि लॉकडाउन के चलते इंडस्ट्रीज और बाकी काम बंद हैं। ऐसे में चीन से पूरा हर्जाना वसूला जाना चाहिए। रिपोर्ट में यह बात भी कही गई है कि चीन की वजह से ऑस्ट्रेलिया पर भी दवाब बढ़ा है, क्योंकि आस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरीसन ने कोरोना वायरस महामारी से प्रभावित देश के 60 लाख लोगों के सैलरी को बनाये रखने के लिए 130 अरब डॉलर के पैकेज की घोषणा की। चीन के थिंक-टैंक यूके के थिंक-टैंक से इतर राय रखते हैं। चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियन समेत कई नेताओं ने इस रिपोर्ट को आधारहीन बताया है।