कोरोना से मौत का सबसे ज्यादा खतरा किसे? 1.7 करोड़ पर हुई स्टडी में सामने आए ये फैक्टर
नई दिल्ली। इंग्लैंड में नेचर नाम के जनरल में कोरोना से मौत को लेकर एक स्टडी प्रकाशित की गई है। दावा है कि 17 मिलियन लोगों यानी इंग्लैंड की करीब 40 फीसदी आबादी को इस स्टडी में शामिल किया गया है। इसमें उन फैक्टर को उजागर किया गया है जो कोरोना में मौत के रिस्क को बढ़ाते हैं। इसमें उम्र, जेंडर, रहने की जगह, बीमारी और कई चीजें शामिल हैं। इसे कोरोना को लेकर अब तक की सबसे बड़ी स्टडी कहा जा रहा है।
शोधकर्ताओं ने 17 मिलियन से अधिक वयस्कों के डेटा को उन 10,000 लोगों में जोड़ा, जिनकी कोरोना से मौत हुई है। उन्होंने पाया कि ये मौत लिंग, वृद्धावस्था, मधुमेह और गंभीर अस्थमा से जुड़ी थीं। रिसर्च में ये भी कहा गया है कि गोरे लोगों की तुलना में, अश्वेत और दक्षिण एशियाई लोग बीमारी से मौत को लेकर ज्यादा रिस्क में थे।
रिसर्च में ज्यादा उम्र कोरोना में मौत की एक बड़ी वजह सामने आई। 80 से ज्यादा की उम्र में बहुत ही ज्यादा रिस्क है। वहीं 59-80 कीआयु के बीच भी रिस्क ज्यादा है। इसके अलावा हृदय रोग, मधुमेह, अस्थमा, मोटापा, कैंसर, गुर्दे, और न्यूरोलॉजिकल समस्याओं से जूझ रहे लोगों में रिस्क ज्यादा है।
दुनियाभर में कोरोना संक्रमितों की संख्या 1 करोड़ 20 लाख के पार पहुंच गई है। वहीं इससे मरने वालों का आंकड़ा साढ़े पांच लाख के करीब जा चुका है। कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित होने वाले देशों में अमेरिका, ब्राजील और भारत हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के गुरुवार को दिए आंकड़ों के मुताबिक, पिछले 24 घंटे में 24,879 नए मामले सामने आए हैं और 487 लोगों की मौत हुई है। इसके बाद देशभर में कोरोना पॉजिटिव मामलों की कुल संख्या 7,67,296 हो गई है। जिनमें से 2,69,789 सक्रिय मामले हैं, 4,76,378 लोग ठीक हो चुके हैं और अब तक 21,129 लोगों की मौत हो चुकी है।