नए शोध में हुआ बड़ा खुलासा, आवारा कुत्तों में हुई थी कोरोना वायरस की उत्पत्ति!
नई दिल्ली। दुनियाभर में जानलेवा कोरोना संक्रमण फैला हुआ है, जिकी वजह से हजारों लोगो की मौत हो चुकी है, जबकि लाखों लोग इसकी चपेट में आ चुके हैं। यह संक्रमण इतना खतरनाक है कि इसके बारे में सबकुछ पुख्ता तौर पर कह पाना संभव नहीं है। ताजा शोध जो सामने आया है उसके अनुसार संभव है कि इस वायरस की उत्पत्ति सड़क पर घूमने वाले आवारा कुत्तों से हुई हो। वैज्ञानिकों की एक टीम ने यह शोध कुत्तों पर किया, जिसमे यह बात निकलकर सामने आई है कि यह वायरस कुत्तों से फैला हो।
ओंटारियों की यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर का शोध
ओंटारियों के यूनिवर्सिटी ऑफ ओटावा में बॉयोलॉजी विभाग के प्रोफेसर जुहुआ जिया ने यह शोध किया है। उन्होंने दो किताबें भी पब्लिश की हैं। अपने शोध में प्रोफेसर का दावा है कि उन्होंने कई तरह की प्रजातियों में कोरोना वायरस की खोज की, जिसमे आवार कुत्ते भी शामिल हैं। उनका दावा है कि सभव है कि कुत्ते की आंत में इस महामारी SARS-CoV-2 की शुरुआत हुई है। शोध को ऑक्सफोर्ट यूनिवर्सिटी की प्रेस ने अपने जर्नल में "Molecular Biology and Evolution" प्रकाशित किया है।
कुत्तों से फैला
इस शोध के बारे में प्रोफेसर जुहुआ ने बताया कि हम इस नए निष्कर्ष पर इसलिए पहुंचे क्योंकि क्योंकि कोरोना वायरस की शुरुआत SARS-CoV-2 से ही हुई है। SARS-CoV-2 के सबसे करीबी पूर्वज चमगादड़ हैं, जिनमे कोरोना वायरस पाया गया है, जिसने कुत्ते की आंत को संक्रमित किया। संभव है कि इसी वजह से यह तेजी से कुत्तों और इंसानों में फैला। इससे यह निष्कर्ष निकलता है कि यह वायरस जंगली कुत्तों में फैला।
चमगादड़ में भी मिला कोरोना
बता दें कि इससे पहले भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) द्वारा किए गए शोध में दावा किया है कि एक अलग किस्म के कोरोना वायरस (चमगादड़ में पाया जाने वाला बैट कोरोना वायरस) का पता चला है। ये वायरस (BtCov) भारत में पाए जाने वाले चमगादड़ों की दो प्रजातियों में मिला है। दुनियाभर में ये माना जाता है कि चमगादड़ों में कई प्रकार के वायरस होते हैं, लेकिन अब भारतीय वैज्ञानिकों के शोध में भी इसकी पुष्टि हुई है।
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