श्रीलंका के पुलिस चीफ गिरफ्तार, आतंकी हमलों को रोकने में नाकाम रहने का आरोप
कोलंबो। श्रीलंकाई पुलिस ने अपने शीर्ष कमांडर पुजिथ जयसुंदरा और एक पूर्व रक्षा प्रमुख को ईस्टर संडे बम विस्फोट को रोकने के लिए उनकी कथित विफलताओं के आरोप में मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया। इसकी जानकारी सरकार के प्रवक्ता रूवान गुणसेकेरा ने मंगलवार को दी। श्रीलंका में हुए इन हमलों में 258 लोगों की मौत हो गई थी। बता दें कि, सोमवार को श्रीलंका के सरकारी वकील ने कहा था कि, पुलिस महानिरीक्षक पुजिथ जयसुंदरा 21 अप्रैल के आत्मघाती हमले की अग्रिम चेतावनी देने में विफल रहे। इसलिए उन पर 'मानवता के खिलाफ अपराध' का मुकदमा चलेगा।
उन्होंने कहा कि महानिरीक्षक पूजिथ जयसुंदरा और पूर्व रक्षा सचिव हेमसिरी फ़र्नांडो को अटॉर्नी जनरल की ओर से लगाए गए आरोपों के एक दिन बाद गिरफ्तार किया गया है। अटॉर्नी जनरल ने कहा था कि सुरक्षा चेतावनियों को लेकर उनकी विफलता मानवता के खिलाफ एक अपराध है। गनसेकरा ने बताया कि, दोनों अधिकारियों के जासूसों ने उस वक्त गिरफ्तार किया गया जब वे अस्पताल में अपना इलाज करा रहे थे।
अटॉर्नी जनरल दापुला डी लिवेरा ने दोनों अधिकारियों के उपर हत्या का मुकदमा चलाने की अपील की थी। जिसके बाद इनकी गिरफ्तारी हुई है। डि लिवेरा ने सोमवार को कहा कि, वे ईस्टर के रविवार को हुए हमलों की चेतावनी पर कार्रवाई करने में विफल रहे थे। जिसे एक स्थानीय आतंकी समूह ने अंजाम दिया था। डी लिवेरा ने कहा, दोनों अधिकारियों को 21 अप्रैल के हमलों को रोकने के लिए उनकी आपराधिक लापरवाही के लिए मजिस्ट्रेट के सामने लाया जाना चाहिए।
अन्य नौ वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को अटॉर्नी-जनरल ने संदिग्धों के तौर पर नामित किया है। उन पर भी सुरक्षा में चूक को लेकर मुकदमा चलाया जाना चाहिए। अधिकारियों ने स्वीकार किया है कि भारत द्वारा आसन्न हमले के लिए भेजी गईं चेतावनियों की अनदेखी की गई थी। उसके बाद ही कोलंबो में तीन चर्च और तीन लक्जरी होटल आत्मघाती हमलों की चपेट में आ गए थे।
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