क्या नेपाल-श्रीलंका में बीजेपी करने वाली है विस्तार, श्रीलंकाई चुनाव आयोग ने दिया यह जवाब
कोलंबो। हाल ही में ऐसी खबरें सामने आई थीं कि, भारतीय सत्तारूढ दल बीजेपी श्रीलंका में राजनीतिक दल के गठन की योजना बना रही है। इस पर अब श्री लंका के चुनाव आयोग की सफाई आई है। श्रीलंकाई चुनाव आयोग के प्रमुख निमल पंचीवा ने सोमवार को उन खबरों पर खारिज करते हुए कहा कि, देश का चुनाव कानून इस प्रकार के किसी भी तरह के व्यवस्था की अनुमति नहीं देता है।
चुनाव आयोग प्रमुख निमल पंचीवा ने कहा कि, श्रीलंका का कोई भी राजनीतिक दल विदेश में किसी भी दल अथवा समूह से संबंध रख सकता है लेकिन हमारा चुनाव कानून किसी अन्य विदेशी दल को श्रीलंका में काम करने की अनुमति नहीं देता। दरअसल असम के मुख्यमंत्री बिप्लव देब ने बीते दिनों केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के विजन के बारे में बताते हुए कहा था कि वह बीजेपी का श्रीलंका और नेपाल में भी विस्तार करना चाहते हैं।
देब ने कहा था कि हम स्टेट गेस्टहाउस में बात कर रहे थे जब अजय जामवाल (बीजेपी के नॉर्थईस्ट जोनल सेक्रटरी) ने कहा कि बीजेपी ने कई राज्यों में सरकार बना ली है। इसके जवाब में अमित शाह ने कहा कि अब श्रीलंका और नेपाल बचे हैं। हमें नेपाल और श्रीलंका में पार्टी का विस्तार करना है और वहां सरकार बनाने के लिए जीतना है। बिप्लब देब ने अमित शाह के नेतृत्व की तारीफ की। उन्होंने यह भी कहा कि बीजेपी जल्द ही केरल में कांग्रेस और लेफ्ट के बीच सत्ता के हस्तांतरण के चलन को बदल देगी और दक्षिणी राज्यों में भी जीतेगी।
बिप्लव देब के इस बयान के बाद मीडिया में कई तरह की खबरें चलनी शुरू हो गई थीं। लगातार चल रही इस तरह की खबरों के चलते श्री लंका के चुनाव आयोग को इस पूरे मामले पर सफाई देने पड़ी। दिलचस्प बात यह है कि पिछले साल राष्ट्रपति गोभैया राजपक्षे के भाई बसिल ने कहा था कि उन्होंने सत्तारूढ़ श्रीलंका पोडुजना पेरमुना को भाजपा या चीन की कम्युनिस्ट पार्टी की तर्ज पर मॉडलिंग करने की कल्पना की है।
प्रियंका
गांधी
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की
अपनी
प्री
वेडिंग
तस्वीरें,
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