श्रीलंका चर्च ब्लास्ट के बाद पुजारी ने बताई आपबीती, कहा- 'दीवारों पर बिखरे हुए थे मांस के टुकड़े'
कोलंबो। श्रीलंका की राजधानी कोलंबो में ईस्टर के मौके पर रविवार को एक के बाद एक आठ धमाके हुए। यह धमाके चर्च और होटल को निशाना बना कर किए गए थे। क्योंकि ईस्टर के मौके पर चर्च में काफी भीड़ होती है। इस घटना के बाद एक पुजारी ने कहा कि धमाके के बाद लोगों के मांस के टुकड़े दीवारों पर यहां तक चर्च के बाहर तक पड़े हुए थे। बता दें कि इन धमाकों में अब तक 200 से अधिक लोगों की मौत हो गई है, जिसमें तीन भारतीय भी शामिल हैं।
जानकारी के मुताबिक सबसे पहले तीन चर्च में ब्लास्ट हुआ उसके बाद तीन लक्जरी होटल में बम धमाके हुए। इसके बाद दोपहर में दो अलग-अलग धमाके हुए, जिनमें तीन पुलिस कर्मियों सहित पांच और लोगों की जान चली गई। श्रीलंकाई मीडिया ने बताया कि नेगोंबो अस्पताल ने कम से कम 74 मौतों की सूचना दी है और सेबेस्टियन चर्च से 113 घायल उपासकों को प्राप्त किया है।
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उन्होंने कहा कि धमाके के बाद चर्च एरिया में लगभग 30 शव पड़े हुए थे। उन्होंने कहा कि विस्फोट के समय तीन पुजारी सामूहिक रूप से खुशियां मना रहे थे। कांच और मलबे से उड़कर उनमें से दो बुरी तरह घायल हो गए, जबकि एक को हल्की चोटें आईं हैं। उन्होंने अनुमान लगाया कि ईस्टर संडे के लिए एक हजार से अधिक लोग चर्च आए थे। क्योंकि यह एक खास दिन था, ऐसे में गांवों से भी लोग आए थे।
पुजारियों ने कहा कि आप चर्च की दीवारों पर और चर्च के भीतर मांस के टुकड़े बिखरे हुए थे। बता दें कि जिन चर्चों को टारगेट किया गया था उनमें एक 1946 में बना है। यह चर्च सेंट सेबेस्टियन को समर्पित श्रीलंका के कई चर्चों में से एक है। कोलंबो के आर्कबिशप ने मांग की है कि श्रीलंका में ईस्टर संडे धमाकों के लिए जिम्मेदार लोगों को "निर्दयतापूर्वक" दंडित किया जाए। धमाके बाद सभी ईस्टर प्रोग्राम रद्द कर दिए गए हैं।
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