अनुच्छेद 370 पर बोले हरीश साल्वे, 'इस गलती से छुटकारा पाना जरूरी था'
लंदन। जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने को अब दो महीने होने वाले हैं। इस मसले पर चर्चा अब भी जारी है। अब अंतरराष्ट्रीय कोर्ट में कुलभूषण जाधव का केस लड़ने वाले और भारत के वरिष्ठ वकील हरीश साल्वे ने अनुच्छेद 370 पर अपनी राय रखी है। उन्होंने सरकार के इस फैसले के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार की प्रशंसा की है। साल्वे का कहना है कि 370 एक गलती थी, जिससे छुटकारा पाना जरूरी था।
उन्होंने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) को भारत का हिस्सा बताया है। बता दें भारत ने पांच अगस्त को जम्मू-कश्मीर को मिलने वाला विशेष दर्जा वापस ले लिया था। इसके बाद से ही पाकिस्तान और भारत के बीच तनाव बढ़ गया। पाकिस्तान ने भारत के इस फैसले का विरोध किया। पाकिस्तान ने कश्मीर मुद्दे का अंतरराष्ट्रीयकरण करने की कोशिश भी खूब की लेकिन भारत ने जोर देते हुए कहा कि ये उसका आंतरिक मामला है।
साल्वे ने कहा, 'पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर भारत का है, वो (पाकिस्तान) वहां बैठा है। यदि वहां कोई विवादित क्षेत्र है, तो वह पीओके है। केवल भारतीय संविधान ही नहीं बल्कि कश्मीर का संविधान भी यही कहता है कि कश्मीर भारत का आंतरिक हिस्सा है। कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है, इसपर कभी किसी को कोई संदेह नहीं रहा, सिवाय कुछ पाकिस्तानी दिमागों के।'
वरिष्ठ
वकील
ने
कहा,
'मुझे
लगता
है
कि
इसपर
अनुमति
देना
एक
गलती
थी
और
इसे
बड़ी
गलती
करने
की
अनुमति
थी।
कई
बार
आपको
एक
जटिल
समस्या
को
खत्म
करना
पड़ता
है
और
सरकार
ने
ऐसा
किया
है।
इसे
केवल
एक
झटके
के
साथ
खत्म
किया
जाना
था।
यह
सुझाव
कि
इस
पर
चर्चा
होनी
चाहिए,
बकवास
है,
क्योंकि
370
का
मामूली
उल्लेख
भी
उग्रवादी
आलोचना
पैदा
करेगा।
भारत
ने
सही
काम
किया
है।'
इस मुद्दे पर कानूनी चुनौती के संदर्भ में, उन्होंने कहा, 'भारत का सर्वोच्च न्यायालय सुनवाई करेगा और निर्णय करेगा कि क्या कुछ गलत था। लेकिन जिस तरह से इसे पाकिस्तान ने चित्रित किया है, वह उनके दिमाग की पूर्ण कमी को दर्शाता है।'
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