दक्षिण कोरिया की पहली ट्रांसजेंडर सैनिक की घर में मिली लाश, हटाए जाने के खिलाफ लड़ रही थी केस
सियोल। दक्षिण कोरिया की पहली ट्रांसजेंडर सैनिक अपने घर में मृत पाई गई है। अधिकारियों के मुताबिक इस सैनिक को पिछले साल लिंग परिवर्तन सर्जरी के चलते सेना से छुट्टी दे दी गई थी। सैनिक की मौत के बाद दक्षिण कोरिया में ट्रांसजेंडरों को लेकर बदलाव की बहस शुरू हो गई है।
छुट्टी के दौरान करवाया था लिंग परिवर्तन
स्टॉफ सारजेंट के तौर पर तैनात 23 साल की ब्युन हुई-सू को दक्षिण कोरिया की सेना से तब हटा दिया गया था जब उन्होंने छुट्टी के दौरान थाईलैंड में अपना लिंग परिवर्तन करवा लिया था। आपात अधिकारियों के मुताबिक हुई-सू को उनके दक्षिणी सियोल के चांगजू शहर स्थित घर पर मृत पाया गया। अभी उनकी मौत के कारणों का पता नहीं चल पाया है।
हुई-सू के बारे में अधिकारियों को तब पता चला जब एक स्थानीय परामर्श केंद्र ने उनके न पहुंचने के बारे में जानकारी दी। केंद्र ने आपात अधिकारियों को बताया कि हुई-सू ने 28 फरवरी के बाद से कोई संपर्क नहीं किया है जिसके बाद आपात अधिकारी उनके घर पर पहुंचे। अधिकारियों को घर में उनकी लाश मिली।
सेना से हटाए जाने के खिलाफ किया था केस
चांगजू पुलिस ने इस बात की पुष्टि की है घर से जो लाश मिली है वह पूर्व सैनिक ब्यून हुई-सू की है। अधिकारियों के मुताबिक ऐसा मालूम होता है कि उनकी मौत कुछ दिन पहले ही हो गई थी।
लिंग परिवर्तन कराने वाली हुई-सू ने सेना की महिला कोर में जाने की इच्छा जताई थी हालांकि सेना ने उनकी मांग न मानते हुए उन्हें हटा दिया था। कोरिया में सेना के मामले के लिए केस लड़ने वाले समूह मिलिट्री ह्यूमन राइट्स कोरिया के प्रवक्ता ने बताया खुद को हटाए जाने के सेना के फैसले को चुनौती देते हुए हुई-सू ने केस दायर किया है जिस पर अप्रैल में सुनवाई होनी है।
ब्यून की मौत ने कोरिया में छिड़ी बहस
वहीं ब्यून हुई-सू की मौत पर सेना ने पहले कहा था कि वह एक सिविलियन की मौत पर कुछ कहने की स्थिति में नहीं है। इस बयान पर कोरिया में सोशल मीडिया पर सेना को कड़े प्रतिरोध का सामना करना पड़ा जिसके बाद गुरुवार को सेना के एक प्रवक्ता ने आधिकारिक तौर पर दुख जताते हुए ब्यून की मौत को दुर्भाग्यपूर्ण कहा है।
ब्यून हुई-सू की मौत ने कोरिया में एक बार फिर से ट्रांसजेंडर समुदाय के सेना में होने की नीति पर बहस छेड़ दी है। हालांकि सेना का कहना है कि उसने अभी तक ट्रांसजेंडर सैनिकों को लेकर कोई विस्तृत चर्चा नहीं की है। कोरिया में शारीरिक रूप से सक्षम सभी पुरुषों को सेना में 2 साल की अनिवार्य सेवा देनी होती है।
नॉर्थ कोरिया से रेल रोड ट्रॉली खींचकर रूसी डिप्लोमेट्स ने किया पलायन, 34 घंटे का दर्द भरा सफर