जिम्बाम्बे के मर्दों के लिए बहुत छोटे पड़ते हैं चीइनीज कंडोम, विदेश मंत्रालय ने जताई चिंता
नई दिल्ली। चाइनीज सामानों ने पूरी दुनिया के बाजारों पर कब्जा जमा रखा है। लेकिन जितनी तेजी से इसकी पहुंच बढ़ी है उतनी ही उसकी उत्पादों के स्थायित्व और गुणवत्ता के बारे में अविश्वास भी बढ़ा है। बात अगर जिम्बाम्बे के पुरुषों की करें तो उनकी समस्या बिल्कुल अलग है। जी हां उनकी समस्या चाइनीज कंडोम के साइज को लेकर है। यह मामला जिम्बाम्बे के लिए इतना गंभीर है कि वहां कि स्वास्थ्य मंत्री ने इस संबंध में शिकायत की है। जाहिर है क्योंकि चाइनीज कंडोम जिम्बाम्बे के पुरुषों के लिए बहुत छोटे पड़ते हैं और इससे एड्स का खतरा बना रहता है। विस्तार से जानिए पूरा मामला

कंडोम की साइज को लेकर युवा करते हैं शिकायत
हाल में ही एचआईवी/एड्स को लेकर हुए एक सर्वे की रिपोर्ट के संबंध में जिम्बाम्बे के स्वास्थ्य मंत्री डेविड ने कहा कि देश में पॉप्यूलर कंडोम चीन से आयात कराया जाता है। इसे प्रयोग में लाने वाले पुरुष अब शिकायत करते हैं कि उसका साइज बहुत छोटा है।

जिम्बाम्बे में नहीं बनता कंडोम
इस हालत से निपटने के लिए जिम्बाम्बे अब कंडोम निर्माण पर विचार कर सकता है। मंत्रालय ने यह आग्रह किया है कि चीन से आयात किया गया कंडोम आकार के हिसाब से पर्याप्त नहीं है। यहां के युवाओं के मुताबिक उन्हें एक विशेष तरह का कंडोम पंसद है लेकिन यहां उसका निर्माण नहीं होता।

एड्स से लड़ने का प्रमुख हथियार कंडोम
अफ्रीका के उप शहरीय इलाकों की बात करें तो एचआईबी संक्रमण जिम्बाम्बे छठा सबसे बड़ा देश है। ऐसे में कंडोम इस बीमारी से लड़ने के लिए सबसे बड़ा हथियार है।
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