सिखों ने जीता ब्रिटेन में दिल, बॉर्डर पर फंसे हजारों ट्रक ड्राइवरों को फ्री में खिलाया खाना
नई दिल्ली। ब्रिटेन (UK) और दक्षिण अफ्रीका में कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन(new COVID strain) का पता चलने के बाद दुनियाभर में एक बार फिर से भय का माहौल व्याप्त हो गया है। कई देशों ने ब्रिटेन से लगी अपनी सीमाओं को अचानक से बंद कर दिया है। अचानक ब्रिटेन-फ्रांस बॉर्डर (Britain France border) सील होने के साथ हजारों ट्रक ड्राइवर फंस गए हैं। इन ड्राइवर्स के लिए एक बार सिख समुदाय मसीहा बनकर आया है। सिख स्वयंसेवकों का एक समूह ने इन फंसे हुए ड्राइवरों को फ्री में खाना उपलब्ध करवा रहा है।
338 किमी दूर फंसे ड्राइवरों को पहुंचाया गर्म खाना
स्काई न्यूज ने बताया कि खालसा एड के सदस्यों ने केंट में फंसे ड्राइवरों को गर्म भोजन परोसने के लिए लगभग 210 मील (338 किमी) की यात्रा की। इसके अलावा एक अन्य सिख चैरिटी संस्था लंगर एड के सदस्य कोवेंट्री से लगभग दुगुनी दूरी तय पर मौजूद ड्राइवरों को ठंड और बरसात के मौसम में पानी और भोजन लेकर पहुंचे। बता दें कि खालसा एड दुनियाभर में जरूरतमंदों को खाना, दवाएं , कपड़े और अन्य सुविधाएं मुहैया करवाती है।
पुलिस ने की मदद
गुरु नानक गुरुद्वारा के स्वयंसेवकों की शाकाहारी भोजन पकाने और पैक करने में स्थानीय पुलिस ने भी मदद की। इसके साथ इस खाने को ड्राइवरों को खाना पहुंचाने के लिए एस्कॉर्ट भी किया। विशेष लंगर के पहले दिन, सदस्यों ने डस्टब्यूशन के लिए 500 मील तैयार किए, जिसमें छोल-चावल पैक किया गया। इसके अलावा टमाटर और मशरूम पास्ता 300 मील तैयार कर ड्राइवरों तक पहुंचाए गए।
स्थानीय सिख व्यवसायी ने 1,000 पिज्जा किए दान
इस समूह को केंट में डोमिनोज़ फ्रैंचाइज़ चलाने वाले एक स्थानीय सिख व्यवसायी से 1,000 पिज्जा का दान भी मिला। खालसा एड के संस्थापक रवि सिंह ने बीबीसी को बताया कि, ड्राइवरों के लिए यह भयानक है, यहां कुछ भी नहीं है। ना खाना है ना दुकानें हैं, यह उनके लिए एक जेल की तरह है। उन्हें इस तरह नहीं देख सकते थे। सिख समुदाय की इस पहल की दुनियाभर में तारीफ हो रही है।
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