
शहबाज शरीफ बोले, पाकिस्तान में 24 घंटे में आटे की कीमत कम नहीं हुई तो कल से अपने कपड़े बेचूंगा
इस्लामाबाद, 30 मईः पाकिस्तान में इस साल गेहूं का उत्पादन कम होने की आशंका है। इस बीच पाकिस्तान में लगातार गेहूं की कीमत बढ़ती जा रही है। लगातार गेहूं की बढ़ती कीमतों से पाकिस्तान की आम जनता त्रस्त है। इस बीच पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने कहा है कि अगर 24 घंटे की भीतर गेहूं की कीमत कम नहीं होती है तो वे कल से कपड़ा बेचना शुरू कर देंगे और लोगों को सस्ता गेहूं उपलब्ध कराएंगे।

24 घंटे का दिया अल्टीमेटम
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री महमूद खान को अल्टीमेटम दिया है कि अगर 24 घंटे के भीतर उनके राज्य में गेहूं की कीमत 40 रुपये किलो नहीं होती है तो वह कपड़े बेचना शुरू कर लोगों को सस्ता आटा उपलब्ध कराएंगे। रविवार को ठाकरा स्टेडियम में जनसभा को संबोधित करते हुए पीएम ने कहा, "मैं अपनी बात दोहरा रहा हूं। मैं अपने कपड़े बेचूंगा और लोगों को सबसे सस्ता गेहूं उपलब्ध कराउंगा।"

वोट देने की अपील की
डॉन की खबर के मुताबिक पाकिस्तानी पीएम ने लोगों से कहा कि में घोषणा करता हूं कि अपनी पूरी जिंदगी इस देश को दे दूंगा और मुल्क को समृद्धि और विकास के रास्ते पर खड़ा करके ही दम लूंगा। बलूचिस्तान चुनाव पर बोलते हुए पीएम ने कहा कि लोग उन पर यकीन करें और उन्हें वोट करने के लिए घरों से बाहर निकलें।

लंबे समय तक रह सकती है गेहूं की किल्लत
गौरतलब है कि इस साल पाकिस्तान में लगभग 30 लाख टन गेहूं कम होने का अनुमान लगाया जा रहा है। अगर ऐसा होता है तो पाकिस्तान में गेहूं की समस्या लंबे समय तक बनी रहेगी। वहीं दूसरी तरफ पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ लगातार इससे निपटने का दावा करते नजर आ रहे हैं। इससे पगले भी उन्होंने कहा था कि वह किसी भी कीमत पर देश में आटा महंगा होने नहीं देंगे। भले ही इसके लिए उन्हें अपने कपड़े तक बेचने क्यों न पड़ जाएं। उन्होंने लोगों से कहा था कि वह जानते हैं कि आटे की कीमत कम कैसे की जाएगी।

2 फीसदी तक कम हो सकता है उत्पादन
पाकिस्तान के पीएमओ की तरफ से एक आंकड़ा जारी किया गया था जिसके मुताबिक पाकिस्तान में इस बार 26.173 मिलियन टन गेहूं का उत्पादन कम होगा, जबकि लक्ष्य 28.89 मिलियन टन रखा गया था। वहीं, देश में गेहूं की खपत 30.79 मिलियन टन तक होने का अनुमान लगाया गया है।

पानी और उर्वरक की कमी से हुआ नुकसान
पाकिस्तान में गेहूं पर हुए इस संकट के लिए कई चीजें जिम्मेदार हैं। विश्लेष्कों के मुताबिक गेहूं की किल्लत की सबसे बड़ी वजह पानी, उर्वरक की कमी है। इसके साथ ही पाकिस्तान सरकार ने सर्मथन मूल्य की घोषणा में भी देरी की। इसके अलावा पाकिस्तान में समय से पहले गर्मी और लू का आना भी कम गेहूं के उत्पादन की एक बड़ी वजह बताई जा रही है। गेहूं के उत्पादन में 2 फीसदी कमी की ये अहम वजह हैं।