30 डॉक्टरों की टीम ने दिमाग से जुड़ी दो बच्चियों को किया अलग, 11घंटे तक चला ऑपरेशन
कैरोलीना। किसी ने सही कहा है कि 'पहला सुख निरोगी काया'। ऐसे में कोई भी नहीं चाहेगा कि उसके बच्चे के शरीर में किसी तरह की कोई विसंगति हो। लेकिन कुदरत की दी गई विसंगतियां तो हर किसी को स्वीकार करनी होती हैं। ऐसा रेयर कंडीशन में होता है। नॉर्थ कैरोलीना में 10 महीने की जुड़वां बच्चियों के साथ कुछ ऐसा ही हुआ। ये दोनों ही बच्चियां जन्म से सिर से जुड़ी हुई थीं। जो बेहद खतरनाक था। उनकी जिंदगी को सुरक्षित करने के लिए पेरेंटस ने रिस्क उठाया और डॉक्टर ने 11 घंटे लगातार सफल ऑपरेशन कर उन्हें सिर से अलग कर दिया।
डॉक्टरों के लिए थी बड़ी चुनौती
साउथ पेनसेल्वानिया के फिलाडेल्फिया में इन दोनों बच्चियों की सर्जरी की गई। डॉक्टरों के लिए यह बड़ी ही चैलेंजिंग जॉब थी।मैरीलैंड मेडिकल सेंटर की यूनिवर्सिटी के मुताबिक यह दोनों ही जुड़वां बच्चियां बहुत ही असाधारण थीं। प्लास्टिक सर्जन जैसी टेलर और न्यूरो सर्जन ग्रेगरी यूअर के साथ मिलकर 30 लोगों की टीम ने 11 घंटे की लंबी सर्जरी के बाद सिर से जुड़ी इन बच्चियों को बड़ी ही सफलतापूर्वक तरह से अलग कर दिया।
बच्चियां हुई थी प्री-मेच्योर
इन बच्चियों का जन्म आज से एक साल पहले जुलाई 2016 में हुआ था। बच्चियों का जन्म प्री-मेच्योर था। डॉक्टर का कहना है कि इरीन और एबी अब बहुत ही तेजी से रिकवरी कर रही हैं उन्हें हमारी एक्सपर्ट टीम के निरीक्षण में रखा गया है। इन बच्चियों की सर्जरी भी प्री-मेच्योर थी। 200,000 (दो लाख) केसेज में ऐसा केस देखने को मिलता है। दो प्रतिशत ही कोज्वॉइन्ड टिविन्स के मामले सामने आते हैं।
फेसबुक पर अपलोड की गई फोटाेज
इनकी फोटोज खींचकर फेसबुक पेज पर शेयर की गई है।जॉन्स हॉकिन्स हॉस्टिटल के पिड्रियाटिक न्यूरोसर्जरी एलेन आर कोहेन का कहना है कि इस तरह की सर्जरी काफी मुश्किल और खतरे से भरी हुई होती हैं। लेकिन थ्री-डी मॉडल के स्कैन के जरिए ऐसे केस सरल हो जाते हैं। इनकी सर्जरी छह जून की रत को हुई थी।
पिछले 60 सालों में सामने आए केवल 22 केस
फिलाडेल्फिया हॉस्पिटल का कहना है कि पिछले 60 सालों में 22 जोड़ों के साथ ही अभी तक इस तरह के केसेज सामने आए हैं। अस्पताल का कहना है कि जुड़वां बच्ची के पेरेंटस का कहना है कि जब हम सर्जरी के बाद घर जाएंगे तो एक बड़ी पार्टी ऑर्गनाइज करेंगे।