डगलस स्टुअर्ट को मिला 2020 का बुकर प्राइज, पहले उपन्यास शग्गी बैन के लिए हुआ चयन
'शग्गी बैन' के लिए डगलस स्टुअर्ट को मिला बुकर प्राइज 2020
न्यूयॉर्क। स्कॉटलैंड के लेखक डगलस स्टुअर्ट (Douglas Stuart) को 2020 का बुकर प्राइज मिला है। गुरुवार को इसकी घोषणा की गई। 44 साल के डगलस स्टुअर्ट (Douglas Stuart) को उनके पहले उपन्यास 'शग्गी बैन' के लिए ये पुरस्कार दिया गया है।
बुकर प्राइज 2020 के लिए 6 लोगों के नाम हुए थे नामित
इस पुरस्कार के लिए कुल 6 लोगों के नाम नॉमिनेटेड हुए थे, जिसमें भारतीय मूल की लेखिका अवनी दोशी भी शामिल थीं। उनका पहला उपन्यास 'बर्नंट शुगर' बुकर प्राइज 2020 के लिए नॉमिनेट हुआ था, लेकिन बाजी स्टुअर्ट मार गए।
मुझे विश्वास ही नहीं हो रहा- डगअलस स्टुअर्ट
न्यूयॉर्क में रहने वाले डगअलस स्टुअर्ट ने बुकर प्राइज 2020 मिलने के बाद प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि मुझे तो बिल्कुल विश्वास ही नहीं है रहा है कि मेरे पहले उपन्यास को इतना पसंद किया गया कि मुझे ये खिताब मिल गया। उन्होंने कहा कि शग्गी एक काल्पनिक किताब है, लेकिन किताब लिखना मेरे लिए बेहद सेहत बख़्श रहा।
Thank you to everyone who has sent such supportive messages about Shuggie today. You got me right in the feels. As soon as we can have house parties again, I have an empty, and youse are all invited.
— Douglas Stuart (@Doug_D_Stuart) November 20, 2020
क्या था 'शग्गी बैन' उपन्यास में?
डगअलस स्टुअर्ट ने बताया है कि 'शग्गी बैन' किताब उन्होंने अपनी मां का समर्पित की थी। उन्होंने बताया कि इस किताब में जो कहानी है उसकी पृष्ठभूमि ग्लासगो की है। उन्होंने बताया कि जब वो 16 साल के थे तो उनकी मां का देहांत हो गया था। ज्यादा शराब पीने की वजह से उनकी मां क निधन हुआ था। इसके बाद उन्होंने लंदन के 'रॉयल कॉलेज ऑफ आर्ट इन लंदन' से पढ़ाई पूरी की। बाद में फैशन डिजाइनिंग में करियर बनाने के लिए वो न्यूयॉर्क चले गए।
कोरोना के चलते हर बार की तरह नहीं हो सका बुकर प्राइज
आपको बता दें कि बुकर प्राइज 2020 का समारोह लंदन के राउंड हाउस में प्रसारित किया गया। कोरोना की वजह से ये आयोजन हर बार की तरह नहीं हो सका। इस मौके पर पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने भी बुकर पुरस्कार प्राप्त उपन्यासों पर अपने विचार व्यक्त किए।