SCO: रूसी विदेश मंत्री बोले- कोरोना के प्रभावों से उबरने के लिए सामूहिक प्रयास और सहयोग की आवश्यकता
नई दिल्ली। रूस की राजधानी मॉस्को में आज शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) की बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक की अध्यक्षता रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने की। इस दौरान उन्होंने कहा, कोरोना वायरस ने दुनिया भर में जटिल राजनीतिक और आर्थिक प्रक्रियाओं को गति दी। महामारी से देश के संबंधों और बहुपक्षीय संस्थानों के संबंधों की पूरी प्रणाली पर भारी प्रभाव पड़ा है। बता दें कि एससीओ की बैठक के लिए भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंक भी मॉस्को पहुंचे हैं, सीमा पर तनाव के बीच वह चीनी समकक्ष से मुलाकात करेंगे।
रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने आगे कहा कि राजनीति, अर्थव्यवस्था और मानवीय संबंधों के साथ-साथ इसके प्रभावी कार्य तंत्र में समान और फलदायी सहयोग सुनिश्चित करने के अपने समृद्ध अनुभव के आधार पर, SCO उभरते जोखिमों और खतरों के लिए पर्याप्त प्रतिक्रिया देने में सक्षम है। उन्होंने आगे कहा, 'कोरोना वायरस की वजह से राजनीतिक और सामाजिक आर्थिक परिणामों को दूर करने के लिए सामूहिक प्रयासों और सहयोग की आवश्यकता है, जिसे पहले कभी नही महसूस किया गया। एससीओ की काफी संभावनाएं आज भी विशेष रूप से प्रासंगिक हैं।'
Building on its rich experience in ensuring equal and fruitful cooperation in politics, economy and humanitarian ties, as well as its effective working mechanisms, the SCO has been able to come up with adequate responses to the emerging risks and threats: Russian Foreign Minister https://t.co/hEzSEi8E0r
— ANI (@ANI) September 10, 2020
मॉस्को में शंघाई सहयोग संगठन के विदेश मंत्रियों की परिषद की बैठक में रूसी विदेश मंत्री ने कहा, 'हम संयुक्त राष्ट्र की सालगिरह के तौर पर मिलते हैं, 75 वर्षों से यह अंतरराष्ट्रीय संबंधों की प्रणाली की आधारशिला है। मेरा मानना है कि हमें एससीओ और संयुक्त राष्ट्र के बीच सहयोग को बढ़ावा देने के लिए और कदमों पर चर्चा करने की आवश्यकता है। साथ ही यह सुनिश्चित करना है कि हमारा संगठन संयुक्त राष्ट्र और इसकी सुरक्षा परिषद की केंद्रीय समन्वय भूमिका के साथ बहुध्रुवीय विश्व व्यवस्था को आकार देने के लिए और भी अधिक योगदान दे।'